करमाकर ने कहा- मुझे भी चाहिए इनाम
लंदन ओलिंपिक की 50 मीटर राइफल प्रतिस्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे निशानेबाज जायदीप करमाकर ने कहा है कि वे भी इनाम के हकदार हैं। पश्चिम बंगाल से 28 वर्षों के बाद ओलिंपिक में क्वालीफाई करने वाले पहले निशानेबाज करमाकर ने कहा कि अगर राज्य सरकार क्लब स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट में जीतने पर कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम को सम्मानित कर सकती है तो ओलिंपिक जैसे सबसे बड़े खेल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए वे भी इनाम और सम्मान के हकदार हैं।निशानेबाज ने कहा कि मैं किसी प्रकार का विवाद नहीं चाहता लेकिन यह याद रखा जाना चाहिए कि मैं ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहा था न कि क्लब स्तर के किसी टूर्नामेंट में। करमाकर ने कहा कि मैं किसी वित्तीय मदद की मांग नहीं कर रहा हूं लेकिन मैं भी सम्मान का हकदार हूं। मुझे कहा गया था कि ओलिंपिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में मेरा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था लेकिन मुझे इसके लिए सम्मानित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने एथलीटों को सिर्फ ओलिंपिक में हिस्सा लेने के लिए ही 25 लाख रुपए का इनाम दे रही है जबकि मैंने खेलों में नाम के लिए ही हिस्सा नहीं लिया बल्कि काफी अच्छा प्रदर्शन भी करके दिखाया है। करमाकर ने कहा कि राज्य सरकार को भी अपने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह का कदम उठाना चाहिए ताकि भविष्य में लोग अपने बच्चों को खेलों में भेजने से न कतराएं। हालांकि करमाकर ने इस बात पर निराशा नहीं जताई कि उन्हें स्वदेश वापसी पर हवाई अड्डे पर सरकार की ओर से किसी प्रतिनिधि ने उनका स्वागत नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों द्वारा मेरा भव्य स्वागत किए जाने से काफी खुश हूं। इसके अलावा खेल मंत्री ने मुझसे फोन पर बात करके एक शूटिंग रेंज स्थापित करने की भी बात कही है। (वार्ता)