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बुधवार, 14 मई 2014 (20:23 IST)
हमें सिरे से खारिज नहीं करें : दिग्विजय सिंह
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बेंगलुरु। चुनाव सर्वेक्षण में राजग के सत्ता में आने की भविष्यवाणी के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता और वह धर्मनिरपेक्षता की राजनीति के लिए संघर्ष करती रहेगी, चाहे वह सरकार बनाए या विपक्ष में बैठे।
चुनाव सर्वेक्षण में कांग्रेस की पराजय की संभावना व्यक्त किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, मीडिया ने हमें 1977 में भी खारिज कर दिया था, लेकिन हमने वापसी की। हमें 1989 में खारिज कर दिया गया, लेकिन हम फिर से वापस आए। इसलिए भगवान के लिए हमें सिरे से खारिज नहीं करें।
उन्होंने कहा, एक दिन बाद मतगणना शुरू होगी और 16वीं लोकसभा के लिए चुनाव परिणाम सामने आ जाएंगे। हालांकि सभी सर्वेक्षणों में हमें खारिज कर दिया गया है, लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि मीडिया ने हमें 2004 और 2009 में भी खारिज कर दिया था।
प्रदेश कांग्रेस की समन्वय समिति की बैठक में हिस्सा लेने आए सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी ने लम्बे राजनीतिक इतिहास में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा से कभी नहीं भटकी।
दिग्विजय ने कहा, यह धार्मिक कट्टरपंथ के साथ चरम दक्षिणपंथ की भाजपा की विचारधारा और कांग्रेस के समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष चरित्र के बीच संघर्ष है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा से अपने अभियान की शुरुआत विकास के बारे में चर्चा के साथ की लेकिन अंतिम चरण आते-आते साम्प्रदायिकता की ओर लौट गई।
कांग्रेस नेता ने कहा, हम देश को ऐसे लोगों के हाथों में नहीं सौंप सकते जो साम्प्रदायिक अशांति पैदा करें और साम्प्रदायिक सौहार्द में बाधा उत्पन्न करें। इसलिए चाहे हम सरकार बनाए या विपक्ष में बैठें, कांग्रेस पार्टी हमेशा धर्मनिरपेक्ष राजनीति और समाजवादी राजनीति के लिए संषर्घ करती रहेगी।
यह पूछे जाने पर कि पार्टी ने हार स्वीकार कर ली है, दिग्विजय ने कहा, लोकतंत्र का अर्थ बदलाव है। हमने यह चुनाव सरकार बनाने के लिए लड़ा है। अगर हमें मौका मिलता है तो हम सरकार बनाएंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव परिणाम का सरोकार राहुल के नेतृत्व से होगा, सिंह ने कहा, जहां तक राहुल गांधी के नेतृत्व का सवाल है, कांग्रेस पार्टी में उनका काफी सम्मान है और उनके नेतृत्व में भरोसा है। सीमांध्र और तेलंगाना में कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, हम तेलंगाना में सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन हमें सीमांध्र में काफी उम्मीद नहीं है।
तीसरे मोर्चे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हम यह प्रयोग कर चुके हैं जिसमें एक छोटे पार्टी के नेता को बाहर से समर्थन देकर प्रधानमंत्री बनाया गया, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं रहा, इसलिए अगर किसी गठबंधन या धर्मनिरपेक्ष मोर्चे की संभावना होगी तो यह कांग्रेसनीत सरकार होगी।
नरेन्द्र मोदी के प्रचार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके आकलन के अनुसार 5000 करोड़ रुपए के करीब धनराशि खर्च की गई होगी। भारतीय राजनीति में इतनी अधिक धनराशि खर्च होते हमने नहीं देखा।
यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री को प्रचार से अलग क्यों रखा गया, दिग्विजय ने कहा, मनमोहन सिंह जननेता नहीं हैं, वे पेशेवर, अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, असम में चुनाव प्रचार किया।
आतंकवादियों के एक खास समुदाय से संबंधित होने के भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बयान को बकवास करार देते हुए दिग्विजय ने कहा, मैं ऐसे छह आतंकी मामले को जानता हूं जिसमें संघ के कार्यकर्ताओं पर बम विस्फोट के आरोप लगे हैं। (भाषा)