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गुरुवार, 15 मई 2014 (16:02 IST)
टीआरएस अभी भी कांग्रेस के साथ
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हैदराबाद। एग्जिट पोल भले ही भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को स्पष्ट जनादेश दे रहे हों, लेकिन टीआरएस ने गुरुवार को कहा कि पार्टी अभी भी कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का ही समर्थन करने को प्राथमिकता देगी।
टीआरएस के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव की बेटी और पार्टी नेता के. कविता ने भी कहा कि पार्टी द्वारा राजग सरकार को समर्थन देने की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि उसका मानना है कि केंद्र में धर्मनिरपेक्ष सरकार बननी चाहिए।
निजामाबाद लोकसभा क्षेत्र से पार्टी की उम्मीदवार कविता ने कहा कि हमारा मानना है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में एक लोकतांत्रिक सरकार होनी चाहिए। तो यदि संप्रग को मौका मिलता है तो हम संप्रग का समर्थन करेंगे या फिर यदि तीसरे मोर्चे को मौका मिलता है तो हम उसका समर्थन करेंगे।
मतगणना से ठीक 1 दिन पहले उन्होंने कहा कि टीआरएस ने यह हमेशा कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रयासों से ही तेलंगाना के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो सका।
कविता ने कहा कि टीआरएस का चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन या विलय नहीं हुआ, क्योंकि स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व के साथ पार्टी के कुछ मसले थे। कांग्रेस और टीआरएस के बीच चुनाव अभियान के दौरान काफी शाब्दिक बाण चले थे।
तेलंगाना में मतदान 30 अप्रैल को संपन्न हुआ था। राव ने यह विश्वास जताया है कि नए राज्य तेलंगाना में सरकार बनाने के लिए टीआरएस को पूर्ण बहुमत मिलेगा।
टीआरएस द्वारा राजग सरकार को समर्थन के सवाल पर कविता ने कहा कि ऐसा नहीं लगता, लेकिन हम बस यही उम्मीद करते हैं कि यदि राजग सरकार सत्ता में आती है तो उसे तेलंगाना को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
तेलंगाना में पहली सरकार बनाने के लिए टीआरएस द्वारा दूसरी पार्टियों से समर्थन हासिल करने की कोशिश से जुड़े सवाल पर कविता ने उम्मीद जताई कि मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन (एमआईएम) पार्टी का समर्थन करेगी। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि एमआईएम विधानसभा चुनावों में 9 सीटें जीतेगी।
उन्होंने कहा कि हमारे पास एमआईएम भी है। उसे 8 या 9 सीटें आसानी से मिल जाएंगी। एमआईएम एक विकल्प के रूप में रहेगी। कांग्रेस तो है ही। कविता ने कहा कि टीआरएस तेदेपा-भाजपा के अलावा किसी से भी समर्थन ले लेगी। (भाषा)