Last Modified: देहरादून ,
बुधवार, 24 फ़रवरी 2010 (11:28 IST)
होली के बहाने जमकर नाचे तिवारी
आंध्रप्रदेश के राजभवन में कथित सेक्स स्कैंडल के बाद राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी होली के पर्व के बहाने महिलाओं की टोली के साथ न केवल जमकर नाचे बल्कि उन्होंने होली के गीत सुना कर उपस्थित लोगों का मनोरंजन भी किया।
उत्तराखंड सरकार द्वारा वन अनुसंधान परिसर में विशेष रूप से मुहैया कराए गए आवास में तिवारी ने कल न केवल राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आई होली की टीमों के साथ गुलाल का आदान प्रदान किया बल्कि 86 वर्ष की उम्र को धता बताते हुए जमकर ठुमके भी लगाए।
तिवारी ने अपने गले में एक ढोलक लटका रखी थी और उसकी थाप पर वह खुद भी नाच रहे थे और उनके साथ कई महिलाएँ और अन्य लोग होली की मस्ती का आनन्द उठा रहे थे।
विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाएँ और कई कांग्रेसी नेता उस समय भौचक रह गए जब तिवारी ने होली के लिए आई हुई टीमों को होली रे रसिया मन भावन रे रसिया गीत सुनाना शुरू कर दिया।
उन्होंने जैसे ही इस गीत की तान छेड़ी वहाँ उपस्थित महिलाओं के साथ कई कांग्रेसी नेता भी अपने कदम नहीं रोक सके और ठुमके लगाने लगे।
तिवारी ने लोगों को इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि होली आपस में एक-दूसरे के प्रति सदभावना और सौहार्द्र का ऐसा पर्व है जिसे हर व्यक्ति को मिल जुल कर मनाना चाहिए। इस पर्व पर लोगों के आपसी गिले-शिकवे मिट जाते हैं और लोग एक-दूसरे को प्रेम से गले लगा लेते हैं।
उन्होंने कहा कि ताउम्र उन्होंने लोगों के बीच सदभावना और सौहार्द्र स्थापित करने के लिए संघर्ष किया है और अभी भी वह इस मुहिम में जुटे हुए हैं। उनकी उम्र से समाज सेवा के काम में कोई फर्क नहीं पड़ता। (भाषा)