नई दिल्ली। नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) एवं राष्ट्रीय नागरिकता कानून (एनआरसी) के खिलाफ शुक्रवार को भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन जारी रहे, जबकि उत्तर प्रदेश में भड़की हिंसा में 6 व्यक्तियों की मौत हो गई और 38 पुलिसकर्मियों सहित 50 से अधिक लोग घायल हो गए।
दिल्ली में यमुनापार के सीमापुरी इलाके में प्रदर्शन के दौरान भीड़ हिंसक हो गई। इसी दौरान पथराव में एक पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गए। जाफराबाद सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद के निकट जुमे की नमाज के समय भीम आर्मी के अलावा अन्य लोगों ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया। यहां पुलिस ने जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था की थी और पहचान पत्रों की जांच के बाद लोगों को जामा मस्जिद में नमाज के लिए जाने दिया गया। जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी दिल्ली गेट के निकट पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। यह सिलसिला घंटों जारी रहा। इस दौरान एक वाहन में भी आग लगा दी।
पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए जिसके बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता तथा सेंट्रल दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मंदीप सिंह रंधावा के मुताबिक दरियागंज के पास एकत्र भीड़ में शामिल लोग जंतर-मंतर की ओर जाना चाह रहे थे, हालांकि पुलिस ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। पुलिस के साथ-साथ स्थानीय गणमान्य लोगों ने भी लोगों को अपने-अपने घरों में जाने की अपील की लेकिन शाम होते ही भीड़ हिंसक हो गई जिसमें बाहरी लोगों के शामिल होने की आशंका है। इस इलाके में पुलिस की 12 कंपनियां तैनात की गई हैं।
दूसरी तरफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया और शाहीन बाग में बड़ी संख्या में एकत्र लोगों ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। जामिया नगर इलाके में जुमे की नमाज अदा करने के बाद बड़े प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसबलों को तैनात किया गया था। राजधानी के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने कई जिलों में गश्त की और लोगों से शांति की अपील की।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने एहतियात के तौर पर चावड़ी बाजार, लालकिला, खान मार्केट, जौहरी एंक्लेव, जनपथ, चांदनी चौक, दिलशाद गार्डन, प्रगति मैदान, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, शिव विहार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्टेशनों के प्रवेश और निकासी द्वार बंद कर दिए हैं और इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। राजीव चौक, मंडी हाउस और केन्द्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकासी गेट बंद हैं लेकिन यहां ट्रेन बदलने (इंटरचेंज) की सुविधा है। पहले कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के निकासी और प्रवेश गेट बंद कर दिए गए थे लेकिन बाद में गेट नंबर 3 और 4 खोल दिए गए हैं।
इस बीच, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास के पास प्रदर्शन कर रहीं कांग्रेस महिला अध्यक्ष एवं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा मुखर्जी और करीब 50 महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सुश्री मुखर्जी और उनके समर्थकों को मंदिर मार्ग पुलिस थाना में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा : उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 6 व्यक्तियों की मौत हो गई जबकि 38 पुलिसकर्मियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हो गए। अमरोहा, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, कानपुर, गोरखपुर और फिरोजाबाद समेत कुछ अन्य जिलों में जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर उतरी भीड़ ने प्रदर्शन किया और तोड़फोड़ एवं आगजनी की।
राजधानी लखनऊ और बुलंदशहर समेत कई जिलों में शिक्षण संस्थाओं को 22 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राज्यभर में हिंसक प्रदर्शन में 6 लोगों की मौत हुई है, हालांकि आधिकारिक तौर पर मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 300 लोग नजरबंद किए गए हैं। गिरफ्तार लोगों में कुछ बांग्लादेश के नागरिक भी हैं।
गुजरात के बड़ोदरा में जुमे की नमाज के बाद पथराव : गुजरात के बड़ोदरा में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम बहुल हाथीखाना क्षेत्र में हुए पथराव में एक पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए 10 से अधिक आंसूगैस के गोले छोड़े गए। कम से कम 3 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया गया है। सड़क किनारे कुछ वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने बाद में स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में धरना आंदोलन : महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बहुजन क्रांति मोर्चा (बीकेएम) ने शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी धरना आंदोलन शुरू किया। बीकेएम कार्यकर्ता सुबह से ही जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए और सीएए और एनआरसी की निंदा करते हुए नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सीएए के खिलाफ 3 जनवरी को विरोध रैली निकालेंगे और 30 जनवरी को पार्टी ‘भारत बंद’ का आह्वान करेगी।
असम में सीएए के विरोध के दौरान भड़की हिंसा : असम में सीएए के विरोध में दौरान हिंसा भड़कने के बाद 11 दिसंबर से स्थगित मोबाइल इंटरनेट सेवा शुक्रवार को बहाल कर दी गई। इससे पहले गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने गुरुवार तक ये सेवाएं बंद किए जाने के आदेश दिए थे, लेकिन राज्य सरकार ने आज सुबह इंटरनेट सेवा बहाल की। राज्य के विभिन्न हिस्सों में इस कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी है। डिब्रूगढ़ और नौगांव समेत अन्य स्थानों पर प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र विरोध में शामिल हुए। गुवाहाटी में ऑल असम लॉयर्स एसोसिएशन ने सीएए के खिलाफ ‘राजभवन चलो’ रैली निकाली और राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।
तमिलनाडु में कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी : तमिलनाडु में सीएए विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने वाले अभिनेताओं, राजनेताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत 600 लोगों के खिलाफ चेन्नई पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज किया। जिन लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है, उनमें वीसीके नेता एवं सांसद तोल तिरुमवालम, एमएमके नेता एच जवाहिरुल्लाह, सामाजिक कार्यकर्ता टीएम कृष्णा, फिल्म अभिनेता सिद्धार्थ, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जी सिल्वा, आम आदमी पार्टी के वसिकरण और वेल्फेयर पार्टी ऑफ इंडिया के मोहम्मद गौस शामिल हैं। इसके अलावा कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की रिपोर्टें हैं।
कर्नाटक के मेंगलुरु में कर्फ्यू : कर्नाटक के मेंगलुरु में विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों के धरना-प्रदर्शन को देखते हुए ऐहतियातन लागू कर्फ्यू की अवधि 22 दिसंबर मध्यरात्रि तक बढ़ा दी गई है। विभिन्न स्थानों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई है।
मध्यप्रदेश के 40 से अधिक जिलों में निषेधाज्ञा लागू : मध्यप्रदेश में 40 से अधिक जिलों में निषेधाज्ञा लागू है और फिलहाल कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। राजधानी भोपाल समेत पूरे राज्य में पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। संवेदनशील माने जाने वाले जिलों में अतिरिक्त पुलिसबल तैनात है और एहतियातन अन्य उपाय भी किए गए हैं। सोशल मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है और आपत्तिजनक पोस्ट डालने तथा अफवाह फैलाने वालों की पहचान की व्यवस्था की गई है।
राजस्थान में रैली के दौरान तोड़फोड़ : राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर प्रदर्शनकारियों ने सीएए के विरोध में काले झंडे फहराए। दरगाह क्षेत्र के दुकानदारों एवं दरगाह के मुख्य निजाम गेट पर काले झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। विरोध के मद्देनजर दरगाह क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है। बीकानेर में रैली के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की।
दूसरी तरफ राजधानी जयपुर में भारतीय जनता पार्टी ने सीएए के समर्थन में आज यहां पैदल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए और शहीद स्मारक पर पुष्पाजंलि अर्पित कर पैदल मार्च की शुरुआत की जो चौमू हाउस सर्किल होते हुए सिविल लाइंस फाटक पहुंचा जहां धरना-प्रदर्शन कर सभा आयोजित की गई।
फोटो सौजन्य : टि्वटर