• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Truth behind Akhilesh Yadavs post, police released a photo and told truth
Last Updated : बुधवार, 5 फ़रवरी 2025 (14:08 IST)

अखिलेश यादव की पोस्ट का सच, पुलिस ने फोटो जारी कर बताई मिल्कीपुर की हकीकत

Milkipur by Election
Milkipur by-election voting: उत्तर प्रदेश में अयोध्या जनपद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इसी बीच, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पुलिस मतदाताओं के आईडी चेक कर रही है। इसमें बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। यादव ने अधिकारियों को तुरंत हटाने की भी मांग की। अयोध्या पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है। 
 
वेबदुनिया ने जानी हकीकत : यह मामले सामने आने के बाद वेबदुनिया प्रतिनिधि ने भी तत्काल उस बूथ पर जाकर हकीकत जानने का प्रयास किया। दरअसल, पुलिस मतदाताओं के आईडी चेक नहीं कर रही थी, बल्कि उसने बूथ एजेंट का कार्ड और आईडी चेक किया था। बूथ एजेंट ने जो कार्ड लगाया था उस पर संबंधित पार्टी के उम्मीदवार का नाम अंकित नहीं था। पुलिस ने बूथ एजेंट से प्रत्याशी का नाम लिखने के लिए कहा। बूथ एजेंट ने भी बताया कि पुलिस अधिकारी आए थे, उन्होंने हमारी आईडी और एजेंट कार्ड चेक किया था। मेरे आईडी कार्ड में प्रत्याशी का नाम नहीं लिखा था। पुलिस किसी भी मतदाता का आईडी कार्ड चेक नहीं किया था। 
पुलिस का स्पष्टीकरण : दूसरी ओर, पुलिस ने भी पोस्ट जारी कर स्पष्टीकरण दिया है कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि अयोध्या पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी चेक कर रही है। पुलिस इन आरोपों का खंडन करती है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारीगण द्वारा सभी बूथ एजेंटों को चेक किया गया, उनके आईडी कार्ड को वेरीफाइ किया गया। किसी भी मतदाता का आईडी कार्ड चेक नहीं किया जा रहा है। पुलिस ने फोटो भी जारी किया। पुलिस के मुताबिक फोटो में दिख रहा व्यक्ति मतदाता नहीं है, बल्कि बूथ एजेंट है। 
 
क्या कहा अखिलेश यादव ने : सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। ये अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुंरत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए। अखिलेश ने एक फोटो भी पोस्ट किया है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala