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Last Updated : बुधवार, 29 सितम्बर 2021 (19:34 IST)

उरी में जिंदा पकड़े गए आतंकी ने पाकिस्तान में बैठे आकाओं को लेकर किए खौफनाक खुलासे, भारतीय सेना को लेकर कही बड़ी बात

उरी में जिंदा पकड़े गए आतंकी ने पाकिस्तान में बैठे आकाओं को लेकर किए खौफनाक खुलासे, भारतीय सेना को लेकर कही बड़ी बात - Terrorist arrested along LoC in J&K's Uri exposes Pakistan on camera
श्रीनगर। उरी सेक्टर में एनकाउंटर में सुरक्षाबलों द्वारा जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी अली बाबर पात्रा ने पाकिस्तान में अपनी मां के नाम संदेश भेजा है। इसमें उसने भारतीय सेना की तारीफ की है। 19 साल के आतंकी ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को लेकर खौफनाक खुलासे किए हैं। आतंकी ने कश्मीर पर पाकिस्तान के झूठ की भी पोल खोली है।

26 सितंबर को उरी सेक्टर में एनकाउंटर के दौरान सेना ने पात्रा को उस समय गिरफ्तार किया था जब उसने अपनी जान बचाने के लिए गुहार लगाई थी। 18 सितंबर से शुरू हुए 9 दिन के ऑपरेशन में एक और पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया।

वीडियो मैसेज में बाबर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर की स्थिति के बारे में झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें बताया गया था कि भारतीय सेना रक्तपात कर रही है, लेकिन यहां सब कुछ शांतिपूर्ण है। मैं अपनी मां को बताना चाहता हूं कि भारतीय सेना ने मेरी अच्छी देखभाल की है। आतंकवादी ने पड़ोसी देश में अपने आकाओं से उसे उसकी मां के पास वापस ले जाने के लिए कहा है।

मैसेज में आतंकी ने कहा कि मैं लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एरिया कमांडर, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से मुझे मेरी मां के पास वापस ले जाने की अपील करता हूं। उन्होंने ही मुझे भारत भेजा था। उसने यह भी कहा कि भारतीय सेना के अधिकारियों और जवानों का उस शिविर का दौरा करने वाले स्थानीय लोगों के साथ व्यवहार बहुत अच्छा था जहां उन्हें रखा गया था।

भारतीय सेना का व्यवहार पाकिस्तानी सेना के बिलकुल उलटा है। इससे मुझे लगता है कि कश्मीर में शांति है। आतंकी ने कहा कि इसके विपरीत, वे हमें यहां भेजने के लिए पाकिस्तानी कश्मीर में हमारी लाचारी का फायदा उठाते हैं।

बाबर ने कहा कि उसने सात साल पहले अपने पिता को खो दिया था और गरीबी के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा था। उसने कहा कि मैंने सियालकोट में एक कपड़ा कारखाने में नौकरी की, जहां मैं अनस से मिला, जो लश्कर-ए-तैयबा के लिए लोगों की भर्ती करता था।

बाबर ने कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति के कारण, मैं उसके साथ गया। उसने मुझे 20,000 रुपए का भुगतान किया और बाद में 30,000 रुपए का भुगतान करने का वादा किया। पात्रा ने कैंप खैबर डेलीहबीबुल्लाह में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के साथ अपने हथियारों के साथ ट्रेनिंग के बारे में भी जानकारी दी। 
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