शनिवार, 14 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Tejasvi Surya accuses Congress of attacking the spirit of the Constitution
Last Updated : शनिवार, 14 दिसंबर 2024 (15:24 IST)

BJP सांसद तेजस्वी सूर्या का कांग्रेस पर संविधान की आत्मा पर हमला करने का आरोप

BJP सांसद तेजस्वी सूर्या का कांग्रेस पर संविधान की आत्मा पर हमला करने का आरोप - Tejasvi Surya accuses Congress of attacking the spirit of the Constitution
Tejasvi Surya accuses Congres: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस (Congress) पर संविधान की आत्मा पर हमला करने का आरोप लगाया और कहा कि जिन लोगों ने संविधान पर हमले किए उन्हें 'चैम्पियन' बताया गया तथा अब इस पाखंड को बेनकाब करने की जरूरत है।ALSO READ: संविधान दिवस पर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर बड़ा आरोप, जानिए क्या कहा?
 
उन्होंने लोकसभा में संविधान पर चर्चा में भाग लेते हुए यह दावा भी किया कि कांग्रेस की सरकारों ने देश को हमेशा अपनी जागीर समझा जबकि भाजपा ने हमेशा लोकतंत्र तथा संविधान के संरक्षक की भूमिका निभाई है। सूर्या ने कहा कि भारत के सांस्कृतिक मूल्यों को संविधान में समाहित किया गया और संविधान निर्माताओं ने भारत की प्राचीन सभ्यता के महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकारों ने इसे राज्यों संघ या अपनी जागीर समझा।ALSO READ: लोकसभा में संविधान पर चर्चा, किरेन रीजीजू ने इस तरह की पीएम मोदी की सराहना
 
कांग्रेस ने द्वीप कच्चातिवु को श्रीलंका के सुपुर्द कर दिया : उन्होंने दावा किया कि दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण द्वीप कच्चातिवु को श्रीलंका के सुपुर्द कर दिया गया और यह सब बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए हुए और सिर्फ राजनीतिक कारणों से किया गया। सूर्या ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस के शासनकाल में अक्साई चिन को चीन के हवाले कर दिया गया जबकि हाल ही में पता चला कि कांग्रेस की सरकार सियाचिन पाकिस्तान को देने के लिए तैयार थी।
 
भाजपा संविधान और क्षेत्रीय अखंडता की संरक्षक : उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान और क्षेत्रीय अखंडता की संरक्षक है जबकि विपक्षी दल भारत को राज्यों का संघ मानते हैं। भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकारों में संविधान की आत्मा पर हमला किया गया। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी और पंथनिरपेक्षता को संविधान में जोड़ने का मकसद सिर्फ भारतीय राजनीति में परिवारवादी एकाधिकार का प्रभुत्व स्थापित करने का था।ALSO READ: लोकसभा में संविधान पर चर्चा, राजनाथ ने इस तरह साधा राहुल गांधी पर निशाना?
 
सूर्या के मुताबिक कांग्रेस की सरकारों में सरकार के समाजवादी रुख की देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी।  प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद देश के गरीबो को आर्थिक न्याय मिला है। जो लोग संविधान पर हमला करने वाले थे, उन्हें संविधान का चैम्पियन बताया गया। इस पाखंड को बेनकाब किया जाना चाहिए। सूर्या ने कहा कि द्रमुक के नेता सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं जबकि उनके सांसद यहां धर्मनिरपेक्षता और संवैधानिक नैतिकता का ज्ञान दे रहे हैं।(भाषा)(फोटो सौजन्य : संसद टीवी)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
ट्रेन टिकट पर जर्नी डेट बदलने के क्या हैं नियम, ट्रेवल के कितने दिन पहले तक बदल सकते हैं यात्रा की तारीख