राष्ट्रपति से नाराज हैं भाजपा के कुछ नेता
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भाजपा के ही कुछ नेता खुश नहीं है। इन नेताओं की नाराजगी का कारण है कि भाजपा नेता इस बात से दुखी हैं क्योंकि राष्ट्रपति ने उन्हें गणतंत्र दिवस की दावत में नहीं बुलाया।
अंग्रेजी दैनिक 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक खबर के मुताबिक भाजपा नेता इस बात से दुखी हैं क्योंकि राष्ट्रपति ने उन्हें गणतंत्र दिवस की दावत में नहीं बुलाया था। इनमें से कुछ नेताओं का कहना है कि उनके लिए यह और अधिक दुख की बात इसलिए है क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी उन्हें अपनी दावत में बुलाया था।
जानकार सूत्रों का कहना है कि ये नेता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। साथ ही, उनकी इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि इससे पहले टीपू सुल्तान के मुद्दे पर राष्ट्रपति और भाजपा नेताओं की राय अलग-अलग नजर आई थी।
विदित हो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले वर्ष 25 अक्टूबर को कर्नाटक विधानसभा को संबोधित किया था जिसमें उन्होंने टीपू सुल्तान को अंग्रेजों के खिलाफ जंग लड़ते हुए प्राणों की आहूति देने वाला शहीद बताया था।
राष्ट्रपति ने कहा था कि टीपू सुल्तान ने रॉकेट के विकास में अहम योगदान किया था और जंग के दौरान उनका बेहतरीन इस्तेमाल भी किया था। उस समय कोविंद मैसूर में कर्नाटक विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र को 60वीं वर्षगांठ पर संबोधित कर रहे थे।
हालांकि तब भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति से अलग अपनी राय रखी थी। उन्होंने टीपू सुल्तान को हत्यारा बताया था तो इससे पहले टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर एक केंद्रीय मंत्री ने उन्हें ‘मास रेपिस्ट’की संज्ञा दी थी, तब बवाल हो गया था।
तब केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कार्यक्रम में शामिल न होने की बात कही थी और कर्नाटक सरकार के अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्यक्रम में शामिल न होने के लिए कहा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अनंत कुमार हेगड़े के इस बयान की आलोचना की थी।