यूपी में घट सकती है भाजपा की सीटें, लेकिन...
लखनऊ। केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (आरपीआई) के संयोजक रामदास अठावले ने कहा कि अगर सपा और बसपा का गठबंधन होता तो 2019 के आम चुनावों में यहां भाजपा की सीटों की संख्या कुछ कम हो सकती है।
अठावले ने शुक्रवार को यहां वीवीआईपी गेस्ट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गठबंधन के असर से भाजपा की सीटों की संख्या प्रदेश में 50 या इससे एक दो अधिक रह सकती है। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लहर अभी कायम है और दावा किया कि फिर से एनडीए की ही सरकार बनेगी और मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। गैर भाजपा और कांग्रेस के तीसरे मोर्चे के गठन से एनडीए को ही फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा का गठबंधन होता है तो भाजपा की कुछ सीटें कम होती हैं, लेकिन उसकी भरपाई पूर्वोत्तर राज्यों से हो जाएगी। उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे के पास मोदी के बराबर कोई नेता नहीं है।
अठावले ने कहा कि जिस तरह से दलितों के हितों को ध्यान में रखते हुए वह और रामविलास पासवान एनडीए में शामिल हुए इसी तरह मायावती को भी दलितों के हित को ध्यान में रखकर एनडीए में आना चाहिए।
उन्होंने कहा का लोकसभा चुनाव में भाजपा, बसपा और आरपीआई का गठबंधन होता है तो कांगेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अपनी सीट हार सकते हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू द्वारा एनडीए छोड़ने पर उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।
उन्होंने भाजपा सरकार द्वारा संविधान में बदलाव कर दलितों के आरक्षण को खत्म करने के सवाल पर कहा कि विपक्षी दल सरकार को बदमाश करने के लिए इस तरह का भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठा रही है जिससे दलितों के आरक्षण पर असर पड़े।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अगर दलितों के आरक्षण को लेकर श्रेणी बनाई है तो वह उनके हितों को ध्यान में रखकर ही बनाई है जिससे सभी वर्ग के लोगों को इसका बराबर लाभ मिले जो अबतक नहीं मिल रहा था। केन्द्र सरकार ने ओबीसी को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया जबकि इसके पहले कांग्रेस सरकार ने इसके लिए कुछ नहीं किया।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि 2011 के आंकडों के अनुसार देश में दो करोड़ से अधिक दिव्यांगजन हैं। दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए उनके मंत्रालय ने कई योजनाएं चलाई हैं। सरकारी नौकरी में दिव्यांगों को तीन से बढाकर चार प्रतिशत और शिक्षा में पांच प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया है।
फर्रुखाबाद में कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद के एनजीओ पर कई साल पहले लगे गड़बडी के आरोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कोई गडबडी करता है और जांच में दोषी पाया जाता है तो जरुर कार्रवाई होगी। (वार्ता)