नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष ने जो संकल्प लिया है, उसकी सराहना करता हूं, उनके भाषण से यह संकल्प पक्का हो गया है कि उन्हें लंबे समय तक वहीं रहना है।
चार स्तंभों पर दिया ध्यान : पीएम मोदी ने कहा कि आदरणीय राष्ट्रपति जी ने भारत के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए चार मजबूत स्तंभों पर हम सबका ध्यान केंद्रित किया है। उनका सही आंकलन है कि देश के चार स्तंभ जितने ज्यादा मजबूत होंगे, विकसित होंगे, समृद्ध होंगे... हमारा देश उतनी ही तेजी से समृद्ध होगा। उन्होंने देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहन और देश के किसान की चर्चा की है, जो विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करेगी।
तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति : PM मोदी ने कहा कि शासन के 10 वर्षों के अनुभव के आधार पर, आज की मजबूत अर्थव्यवस्था और आज भारत जिस तीव्र गति से प्रगति कर रहा है, उसे देखते हुए मैं विश्वास से कहता हूं कि हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति होगा। ये मोदी की गारंटी है।"
एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च : PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बहुत बड़ा अवसर मिला और 10 साल कम नहीं होते। लेकिन 10 साल में उस दायित्व को निभाने में भी वे पूरी तरह विफल रहे। जब वे खुद विफल हो गए तो विपक्ष में और भी होनहार लोग हैं उन्हें भी उभरने नहीं दिया..एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगाने की नौबत आ गई है..."
कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे : PM मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और हमारे किसान, मछुआरों की चर्चा की है... क्या जब देश के युवा की बात होती है तो सभी वर्ग के युवाओं की बात नहीं होती? क्या जब महिलाओं की बात होती है तो देश की सभी महिलाएं उसमें नहीं आती? कब तक टूकड़ो में सोचते रहेंगे? कब तक समाज को बांटते रहेंगे?"
विपक्ष चुनाव लड़ने का हौंसला खो चुका है : मोदी ने कहा- ''वे (विपक्ष) विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे...मैंने हमेशा कहा है कि देश को एक अच्छे विपक्ष की जरूरत है। मैं देख रहा हूं कि आपमें(विपक्ष) से बहुत लोग चुनाव लड़ने का हौसला भी खो चुके हैं। मैंने सुना है बहुत लोग सीट बदलने की फिराक में हैं। बहुत लोग लोकसभा के बदले अब राज्य सभा में जाना चाहते हैं।
दर्शक दीर्घा में दिखेगा विपक्ष : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं विपक्ष के संकल्प की सराहना करता हूं। उनके भाषण के एक-एक बात से मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया है कि इन्होंने लंबे अरसे तक वहां(विपक्ष में) रहने का संकल्प ले लिया है...आपलोग जिस तरह इन दिनों मेहनत कर रहे हैं, मैं पक्का मानता हूं जनता जनार्दन आपको जरूर आशीर्वाद देगी और आप जिस ऊंचाई पर है उससे भी अधिक ऊंचाई पर पहुंचेंगे और अगले चुनाव में दर्शक दीर्घा में दिखेंगे।"
लोकतंत्र की गरिमा बढ़ी : संसद के इस नए भवन में जब राष्ट्रपति हमें संबोधित करने आई और जिस गौरव और सम्मान के साथ सेंगोल और पूरे जुलूस का नेतृत्व किया, हम सब उनके पीछे-पीछे चल रहे थे। नए सदन में ये नई परंपरा भारत के आजादी के उस पवित्र पल का प्रतिबिंब जब साक्षी बनता है तो लोकतंत्र की गरिमा कई गुना ऊपर चली जाती है।"