कांग्रेस का आरोप, बैंकिंग घोटाले के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार...
नई दिल्ली। कांग्रेस ने सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक में हुए घोटाले को आजादी के बाद का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटला करार देते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि इसके मुख्य आरोपी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संबंध हैं और इसी कारण उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तथा उसे विदेश भागने का मौका दिया गया।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में कहा कि प्रधानमंत्री को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में 26 जुलाई 2016 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस शिकायत को संज्ञान में लिया और इसे कार्रवाई के लिए भेज भी दिया, इसके बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि इस घोटाले से पूरी बैंकिंग व्यवस्था चरमरा गई है। अब तक यह 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला साबित हो चुका है। मामले के मुख्य आरोपी आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी पर 11200 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है, जबकि उसके मामा मेहुल चौकसी की कंपनी के खिलाफ 8872 करोड़ रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ है। इस तरह से 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक का यह घोटाला सामने आ चुका है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस घोटाले में सिर्फ एक ही बैंक शामिल नहीं है। इसमें पंजाब नेशनल बैंक के अलावा इलाहाबाद बैंक, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, आंध्रा बैंक, विजया बैंक, सेंट्रल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, एक्सपोर्ट एम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल हैं और विशेषज्ञों का कहना है कि सारे मामले की जांच होने के बाद यह कम से कम 30 हजार करोड़ रुपए का घोटाला होगा।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि बैंक घोटाले के इस पूरे प्रकरण में नियमों का उल्लंघन किया गया है और ये सब घटनाएं प्रधानमंत्री कार्यालय की नाक के नीचे हुई हैं। बैंक घोटालों को लेकर 42 प्राथमिकियां लम्बित हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय को इन सबकी जानकारी थी। इसके बावजूद नीरव गुप्ता प्रधानमंत्री के साथ हाल में दावोस गए उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
उन्होंने कहा कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जानबूझकर चुप्पी साधे हुई है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले की परत खुलने से इसमें शामिल कई प्रमुख और प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आएंगे, इसलिए इस मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने घोटाले को गंभीर बताते हुए सवाल किया कि किस वजह से बैंक के जोखिम से संबंधित सभी पक्षों ने इस मामले में काम करना बंद कर दिया था। उन्होंने सवाल किया कि बैंकों ने किसी गारंटी के बिना कैसे इतना बड़ा ऋण अदा किया और कैसे बैंकों में हुए सबसे बड़े घोटाले के आरोपी को भागने दिया गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में 'घोटाला करो और विदेश भाग जाओ' एक चलन बन गया है। (वार्ता)