मोदी का बड़ा हमला, कांग्रेस के लिए देश से बड़ा दल
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी ने नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के विरोध पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि पहले विपक्ष, सत्तापक्ष के घोटालों को उजागर करने के लिए ईमानदारी के पक्ष में आंदोलित होता था लेकिन आज सत्तापक्ष देश की खातिर भ्रष्टाचार एवं कालेधन के विरुद्ध मुहिम चला रहा है और विपक्ष इसके विरोध में खड़ा है।
मोदी ने भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए विपक्ष के रवैए पर तीखे प्रहार भी किए। उन्होंने देश की जनता से डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाने की अपील की और कहा कि लोग इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। इससे कालाधन सदा के लिए खत्म होगा और पारदर्शिता आएगी।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि शुक्रवार को 16 दिसंबर को बांग्लादेश विमोचन दिवस है, तब विपक्ष ने कोई सबूत नहीं मांगा था लेकिन आज इतनी गिरावट आ गई है कि विपक्ष सेना के पराक्रम के सबूत मांग रहा है।
कुमार ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में करीब 45 साल पहले वांगचू कमेटी ने नोटबंदी की सिफारिश की थी और कहा था कि अभी नोटबंदी की जाए तो देश को फायदा होगा। उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं। उन्होंने कहा कि इस सिफारिश को 45 साल बाद हमने इसे स्वीकार किया। इसी तरह से 1988 में राजीव गांधी सरकार बेनामी संपत्ति के खिलाफ कानून लेकर आई लेकिन 25 साल तक उसे अधिसूचित नहीं किया और न ही नियम बनाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में उच्चतम न्यायालय ने केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार पर कठोर टिप्पणी करते हुए कहा था कि 3 साल पहले यानी 2011 में उसने सरकार को कालेधन को खत्म करने के लिए विशेष जांच दल गठित करने के लिए कहा था लेकिन 3 साल में एक भी कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1971-72 में वांगचू कमेटी ने जब नोटबंदी की सिफारिश की थी तो कम्युनिस्ट पार्टी के तत्कालीन नेता ज्योतिर्मय बसु ने कहा था कि यह तुरंत किया जाना चाहिए, लेकिन आज कम्युनिस्ट नेता कांग्रेस के साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री ने आखिर में चाणक्य नीति का एक उदाहरण भी रखा।
कुमार ने बताया कि मोदी ने सत्तापक्ष और विपक्ष की भूमिका में आए अंतर को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पहले सत्तापक्ष घोटाले करता था और विपक्ष उसके खिलाफ ईमानदारी के पक्ष में एकजुट होकर संघर्ष करता था, लेकिन आज सत्तापक्ष भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करने की मुहिम चला रहा है और विपक्ष इसका विरोध कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सोचने वाली बात है कि भाजपा और राजग के लिए दल से बड़ा देश है जबकि कांग्रेस ऐसी नहीं है। उसके लिए देश से बड़ा दल है।
संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि बैठक में गुर्दे के प्रत्यारोपण के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई और एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका में 'ग्लोबल थिंकर' के रूप में स्वराज को चुने जाने पर उन्हें बधाई भी दी गई। (वार्ता)