सुषमा स्वराज के प्रयासों से अपहृत बालक की सुरक्षित वापसी
नई दिल्ली। दिल्ली से 6 साल पहले अपहृत बालक सोनू गुरुवार को बांग्लादेश से यहां पहुंच गया। सोनू के पिता ने बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त किया।
12 वर्षीय सोनू की सुरक्षित वापसी के लिए उसके पिता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त किया है। सोनू के गुरुवार को स्वराज से मिलने की संभावना है। उसे अपहरण के बाद बांग्लादेश ले जाया गया था और वह वहां जेसोर शहर के आश्रय गृह में मिला।
सोनू के पिता महबूब ने वर्षों बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोनू से मिलने के बाद कहा कि उन्हें उनका बेटा मिल गया है। अब वे बहुत खुश हैं और सोनू की सुरक्षित वापसी के लिए वे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त करते हैं।
स्वराज ने इस मामले में विशेष दिलचस्पी लेते हुए सोनू की सुरक्षित वापसी के लिए अतिरिक्त प्रयास किए थे। पहले भी उनके प्रयासों से एक लड़की गीता की पाकिस्तान से स्वदेश वापसी संभव हुई थी।
उन्होंने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि हमने सोनू के डीएनए से उसकी मां के डीएनए को मिलाया और परीक्षण सकारात्मक रहा। ढाका में भारतीय उच्चायोग ने सोनू को अपनी सुरक्षा में ले लिया है और वह 30 जून को दिल्ली पहुंचेगा।
स्वराज के निर्देश पर उच्चायोग का एक वरिष्ठ अधिकारी सोनू से मिलने के लिए जेसोर गया था। (वार्ता)