अयोध्या में जगमगाए लाखों दीप, CM योगी की मौजूदगी में बना विश्व रिकॉर्ड
Ayodhya Deepotsav News: श्रीराम नगरी अयोध्या धाम में सातवें दीपोत्सव महापर्व पर फिर से विश्व कीर्तिमान रचा गया। अयोध्या के 51 घाटों पर 22 लाख से ज्यादा दिए एक साथ प्रज्जवलित किए गए। इससे पहले अयोध्या में 18 लाख दीये जलाए गए थे।
राम नगरी अयोध्या में 11 नवंबर का दिन बड़ा ही खास रहा। दीपोत्सव से पूर्व श्रीराम के जीवन चरित्र से जुड़ी विभिन्न घटनाओं पर आधारित भव्य झांकिया साकेत महाविद्यालय से निकाली गईं, जिसे प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए झांकियां राम कथा पार्क पहुंचीं, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने झांकियों का अवलोकन किया। झांकी में देश के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों ने राम के जीवन पर आधारित प्रसंगों की भव्य प्रस्तुति दी।
योगी ने किया श्रीराम का राजतिलक : अयोध्या में दीपोत्सव के शुभारंम से पूर्व श्रीराम कथा पार्क में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पचास से अधिक देशों से मेहमान अयोध्या पहुंचे। श्रीराम, सिया व लखन लाल का भव्य स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने श्रीराम रथ के डोले को खींचा और श्रीराम का भव्य राजतिलक किया। इसके बाद सीएम योगी ने मां सरयू की आरती की।
मुख्यमंत्री योगी द्वारा भव्य दीपोत्सव का शुभारम्भ करने के पश्चात अयोध्या के 51 घाटों पर 22 लाख 23 हजार से ज्यादा दीये जगमगा उठे। दीपों की रोशनी में अयोध्या धाम त्रेता युग की अयोध्या जैसी दिख रही थी। अयोध्या में आयोजित हुए इस दीपोत्सव की तैयारी विगत कई माह पूर्व से मुख्यमंत्री योगी के दिशानिर्देश पर की जा रही थी। अयोध्या के 51 घाटों पर दीये लगाने की जिम्मेदारी 25 हजार वालेंटियरों द्वारा किया गया।
2017 में हुई थी दीपोत्सव की शुरुआत : वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। हालांकि कोरोनकाल में दो वर्ष दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया। अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की 2017 में राम की पैड़ी से दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। उन्होंने बताया कि 2017 में 1.87 लाख, 2018 में 3.11 हजार, 2019 में 4 लाख से अधिक दीये जलाए गए। वहीं 2020 में 6.6 लाख, 2021 में 9.41 हजार, 2022 में 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे।
अयोध्या में आकर्षण के प्रमुख केन्द्र
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चौरासी कोस के 44 मंदिरों में 7 लाख दिए जलाए गए।
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श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में 1.50 लाख दिए जलाए गए।
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राम की पैड़ी पर 200 फुट लम्बे स्क्रीन पर लाइट व साउंड शो
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राम की पैड़ी पर लेज़र शो से श्रीराम कथा
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साकेत महाविद्यालय से श्रीराम के जीवन पर आधारित 11 रथों पर भव्य झांकी निकाली गई।
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अयोध्या में श्रीराम कथा पर आधारित 15 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।
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अयोध्या में लाइटिंग युक्त 25 द्वार भी बनाए गए हैं।
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देश के 25 राज्यों से आए 2500 कलाकारों ने रामलीला व राम के जीवन चरित्र का मंचन किया।
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सरयू नदी के पुराने पुल से आधे घंटे तक ग्रीन आतिशबाजी की गई।