नई दिल्ली। दुर्घटना के वक्त घटनास्थल पर मौजूद अंजलि की सहेली ने दावा किया कि दिल्ली के कंझावला इलाके में 20 साल की युवती को कार के साथ करीब 12 किलोमीटर तक घसीटने वाले 5 आरोपियों को पता था कि उनकी कार और स्कूटी की टक्कर के बाद कोई उनकी कार में फंस गया है, लेकिन वे नहीं रूके। बयान पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सवाल उठाए हैं।
क्या बोलीं स्वाति मालीवाल : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा, आज जब पुलिस ने अंजलि की दोस्त को पकड़ा तो वो TV पर आके अंजलि के बारे में ऊल जलूल बकवास कर रही है। जो लड़की अपनी दोस्त को सड़क पर मरता देख उसकी मदद करने की जगह घर जाकर सो गई, उसपे कैसे विश्वास किया जा सकता है? अंजलि का “Character Assassination” शुरू हो चुका है, जनता समझदार है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अंजलि की दोस्त LIVE शो में बैठकर बता रही है कि कैसे उसके सामने लड़को ने अंजलि को रोंदा और ये “दोस्त” वहाँ से उठके अपने घर चली गयी। ये कैसी दोस्त है ? इसने लड़कों को रोका नहीं, पुलिस या अंजलि के किसी रिश्तेदार को नहीं बताया…घर में जाके बैठ गई। इसकी भी जांच होनी ज़रूरी है!
अंजलि की सहेली ने कही यह बात : जब अंजलि की सहेली से सवाल किया गया कि उसने दुर्घटना के बारे में तत्काल किसी को सूचना क्यों नहीं दी, तो उसका कहना था, 'मैं डर गई थी इसलिए मैंने किसी को नहीं बताया। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए।'
अंजलि की सहेली ने बताया कि भूरे रंग की बलेनो ने विपरीत दिशा से स्कूटी को टक्कर मारी। वह कार के सामने गिरी जबकि मैं बगल में गिरी। उन्होंने उसके ऊपर कार चढ़ा दी। उन्हें पता था कि वह कार के नीचे है, लेकिन वे नहीं रूके। वह चीख रही थी। उन्होंने जानबूझकर उसकी हत्या कर दी।
अंजलि की सहेली ने बताया कि वे शनिवार की रात अपने दोस्तों से मिलने एक होटल में गईं थीं। अंजलि शराब के नशे में थी और उसने स्कूटी चलाने नहीं देने पर चलते दुपहिया से कूदने की धमकी भी दी। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया कि हम देर रात करीब 1:45 बजे होटल से निकले। वह (अंजलि) स्कूटी चलाना चाहती थी, लेकिन मैंने कहा कि मैं चलाउंगी। जब हम वहां से निकल गए और रास्ते में थे तो अंजलि ने कहा कि अगर उसे स्कूटी नहीं चलाने दी तो वह चलते दुपहिया से कूद जाएगी। उसने कहा कि यह मेरी स्कूटी है और मैं चलाऊंगी।
उसने दावा किया, 'मैंने उसे स्कूटी चलाने दी। कुछ दूर ही चलने पर हम ट्रक को टक्कर मारते-मारते बचे। हालांकि मैं पीछे बैठी थी, लेकिन फिर भी ब्रेक लगाने में कामयाब रही। फिर हम वहां से चले और आगे बढ़े। लेकिन एक अन्य कार ने हमारी स्कूटी को टक्कर मार दी। अंजलि कार के नीचे फंस गई, जबकि मैं सड़क की दूसरी ओर जा गिरी।'
पीड़िता की दोस्त ने बताया कि उसे भी आंखों पर हल्की चोटें आईं लेकिन अंजलि कार के नीचे फंस गई। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया, कार रूकी नहीं। वह चलती रही और फिर उन्होंने कार बैक की और फिर तेजी से आगे रवाना हो गई।
पुलिस के अनुसार, अंजलि अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी। 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई। उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर उसका शव मिला।
कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस पर हालांकि मामले में ढुलमुल जांच करने का भी आरोप लगा। पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
Edited by : Nrapendra Gupta