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Last Updated : शनिवार, 1 अक्टूबर 2022 (12:52 IST)

मुकेश अंबानी बोले, 5G के 5 लक्ष्यों से बदल सकता है राष्‍ट्र

मुकेश अंबानी बोले, 5G के 5 लक्ष्यों से बदल सकता है राष्‍ट्र - Jio's 5G service across the country by December 2023
नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो अगले साल दिसंबर तक पूरे देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत कर देगी। जियो इस महीने के अंत तक 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी करने की कवायद में जुटी है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस-2022 के कार्यक्रम में अंबानी ने कहा कि जियो 5जी की वहनीय सेवाएं शुरू करेगी और दिसंबर 2023 तक देश के हर कोने में ये सेवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।
 
मुकेश अंबानी ने कहा कि मैं आज पूरे दिल से कह सकता हूं कि भारतीय दूरसंचार उद्योग के रूप में, हमने जो प्रदर्शित किया है, उस पर मुझे बहुत गर्व है। सीओएआई और डीओटी दोनों से मैं कह सकता हूं कि अब हम नेतृत्व को तैयार हैं और भारतीय मोबाइल कांग्रेस को अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बन जाना चाहिए। यह विशेष अवसर है, क्योंकि यह आजादी का अमृत महोत्सव के हमारे राष्ट्रीय उत्सव के वर्ष में हो रहा है।

 
उन्होंने कहा कि हमारे प्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का एक सपना देखा है। भारत को उस लक्ष्य की ओर ले जाने के लिए सरकार की हर नीति और हर कार्रवाई को कुशलता से तैयार किया गया है। भारत के 5जी युग में तेजी से आगे बढ़ने के लिए उठाए गए कदम हमारे प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प का परिणाम है।
 
यह खुशी की बात है, क्योंकि 5G अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी तकनीक से कहीं बढ़कर है। यह एक मूलभूत तकनीक है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स जैसी अन्य परिवर्तनकारी तकनीकों की पूरी क्षमता को अनलॉक करती है। वास्तव में, मुझे लगता है कि 5G के '5 लक्ष्यों' की प्राप्ति के साथ ही यह हमारे राष्ट्र को बदल सकता है।

 
1.5G और 5G- डिजिटल सॉल्युशन्स, आम भारतीयों तक सस्ती और उच्ची गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्कील डेवलपमेंट को पहुंचा सकते हैं। यह युवा भारतीयों को विश्वस्तरीय क्षमताओं और दक्षताओं से लैस करके उनकी पूरी क्षमता को उभारने में मदद करेगा ताकि वे अधिक कमा सकें और भारत को विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी बना सकें।
 
2.5G बिना किसी अतिरिक्त निवेश के मौजूदा अस्पतालों को स्मार्ट अस्पतालों में बदलकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकता है। यह भारत में कहीं भी सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों की सेवाएं डिजिटल रूप से उपलब्ध करा सकता है। इससे उपचार की स्पीड और सटीकता में नाटकीय रूप से सुधार होगा और रियल टाइम में निर्णय लिए जा सकेंगे। यह सभी भारतीयों के स्वास्थ्य, धन और खुशी में वृद्धि करेगा।

 
3.5G कृषि, सेवाओं, व्यापार, उद्योग, परिवहन और ऊर्जा इंफ्रा के डिजिटलीकरण और उनके डेटा प्रबंधन में तेजी लाकर शहरी और ग्रामीण भारत के बीच की खाई को पाट सकता है। यह सभी आर्थिक गतिविधियों में भारी दक्षता पैदा करेगा, भारत को इनोवेशन्स का केंद्र बनाएगा और जलवायु संकट को कम करने में भी मदद करेगा।
 
4.5G छोटे पैमाने के औद्योगिक और वाणिज्यिक उद्यमों को उतने ही शक्तिशाली प्रोडक्टिविटी टूल्स उपलब्ध करा सकता है, जो बड़े उद्योग-धंधों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। यह भारत की अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों के आधुनिकीकरण और लाभप्रदता को बढ़ाएगा।

 
5. एआई का इस्तेमाल हर क्षेत्र में बढ़ाकर 5जी भारत को दुनिया की इंटेलिजेंस कैपिटल के रूप में उभरने में मदद कर सकता है। इससे भारत को हाई वैल्यू डिजिटल सॉल्युशंस और सेवाओं का निर्यातक बनने में मदद मिलेगी। इन 5 लक्ष्यों को प्राप्त करने से हमारे देश में उद्यमिता तेजी से बढ़ेगी, जो और भी बड़े निवेश को आकर्षित करेगी और हमारे युवाओं के लिए लाखों नए रोजगार पैदा करेगा।
 
जनसंख्या और डिजिटल टेक्नोलॉजी की संयुक्त शक्ति का उपयोग करके भारत दुनिया की अग्रणी डिजिटल सोसाइटी बन सकता है। ग्रोथ और डेवलेपमेंट के दोहरे लक्ष्यों को एकसाथ प्राप्त किया जा सकता है। भारत को 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से 2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने और प्रति व्यक्ति आय को 2,000 से बढ़ाकर 20,000 डॉलर तक ले जाया जा सकता है। इसलिए यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि 5G एक डिजिटल कामधेनु की तरह है और हमें जो कुछ भी चाहिए यह वह दे सकती है।
 
उन्होंने कहा कि 5G कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी की नेक्स्ट जनरेशन से कहीं ज्यादा है। यह मूलभूत तकनीक है, जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करती है। अंबानी ने कहा कि भारतीय मोबाइल कांग्रेस को अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बनना चाहिए। Edited by: Ravindra Gupta