Jagdeep Dhankhar : जगदीप धनखड़ का वायरल वीडियो- मुझसे कोई दबाव में काम नहीं करा सकता
जगदीप धनखड़ ने सोमवार को अचानक उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बीच उन्होंने स्वास्थ्य को कारण बताया। हालांकि सियासी गलियारों में उनके इस्तीफे को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। विपक्ष को आरोप है कि धनखड़ ने इस्तीफा दिया नहीं है बल्कि उनसे इस्तीफा लिया गया है। इस बीच जगदीप धनखड़ का एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसे कई लोग शेयर कर रहे हैं। हाल में धनखड़ की दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एंजियोप्लास्टी हुई थी और इस वर्ष मार्च में उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ अवसरों पर उनकी हालत ठीक नहीं दिखी थी, लेकिन संसद सहित सार्वजनिक कार्यक्रमों में वे अक्सर ऊर्जावान ही दिखे।
दिन में कार्यवाही में शामिल और रात को इस्तीफा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पद छोड़ने की घोषणा की। विपक्षी दलों की ओर से इस दलील को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि यदि उनका स्वास्थ्य इतना खराब होता तो वे दिन में राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए होते। कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं ने इस्तीफे के पीछे किसी और कारण की आशंका जताई है। आमतौर पर, किसी उच्च पदस्थ व्यक्ति के हटने पर उसकी प्रशंसा की जाती है, लेकिन धनखड़ के मामले में सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से ऐसी कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली। हालांकि, विपक्ष की ओर से धनखड़ के बारे में अच्छे शब्द कहे गए। यह बात अलग है कि विपक्षी सदस्यों ने पिछले साल धनखड़ के कथित पक्षपात को लेकर उन्हें पद से हटाने के लिए एक नोटिस पर हस्ताक्षर किए थे।
गहलोत ने किया था दावा
जगदीप धनखड़ तीन सप्ताह पहले अपने गृहराज्य राजस्थान के दौरे पर थे। वे जयपुर के कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित पूर्व विधायक संघ के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भाषण के अशोक गहलोत की ओर से किए गए उस दावे का जवाब दिया था जिसमें पूर्व सीएम ने कहा था कि 'उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष दोनों दबाव में हैं। धनखड़ ने अपने भाषण की शुरुआत और अंत में गहलोत के आरोपों का दो बार जवाब दिया।
धनखड़ ने शुरुआत में कहा कि मैं कह सकता हूं कि मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है। ना मैं किसी पर दबाव डालता हूं ना दबाव में आता हूं। राजस्थान की भूमि पर इसलिए कह रहा हूं कि मेरे अभिन्न मित्र का यह बयान है। मैंने खुद देखा है नजदीकी से मेरे मित्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी दबाव में आ ही नहीं सकते। मैं उनके साथ मिलकर काम करता हूं। दूसरा जो महत्वपूर्ण पहलू है, राजस्थान का पानी पीने वाला व्यक्ति दबाव में आ ही कैसे सकता है। वह तो कठिन परिस्थितियों में परिश्रम करता है।
स्वास्थ्य को लेकर भी कही थी बात
भाषण खत्म करने से पहले उन्होंने एक बार फिर गहलोत के आरोपों का जवाब दिया और कहा कि अंत में मुझे थोड़ी सी चिंता हुई, मेरे स्वास्थ्य की नहीं, मेरे मित्र पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की जिन्होंने कहा कि हम दबाव में हैं। हमारी वकालत तो महामहिम आपने कर दी। लेकिन मैं उनको आश्वस्त करना चाहता हूं, राजस्थान की राजनीति में वह मेरे सबसे पुराने मित्र हैं, मेरे बड़े भारी शुभचिंतक भी हैं। हमारी पारिवारिक मित्रता भी गहरी है। मैं सार्वजनिक रूप से क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है। वे चिंतामुक्त हो जाएं, ना मैं दबाव में रहता हूं, ना दबाव देता हूं, ना दबाव में काम करता हूं। न दबाव में किसी से काम कराता हूं।
सही समय पर होऊंगा सेवानिवृत्त
धनखड़ वीवी गिरि और आर वेंकटरमन के बाद कार्यकाल के दौरान इस्तीफा देने वाले भारत के तीसरे उपराष्ट्रपति हैं। गिरि और वेंकटरमन ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। जगदीप धनखड़ ने इसी महीने एक कार्यक्रम में कहा था कि 'ईश्वर' ने चाहा तो वे 'सही समय' पर सेवानिवृत्त हो जाएंगे। धनखड़ ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा था, "ईश्वर ने चाहा तो, मैं सही समय पर, अगस्त 2027 में, सेवानिवृत्त हो जाऊंगा।" Edited by : Sudhir Sharma