आयकर के छापों से मध्यप्रदेश में घमासान, कमलनाथ बोले- चुनाव को देखते हुए डरा रही है केंद्र सरकार
नई दिल्ली/भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड सोमवार सुबह भी जारी रही। करीब 30 घंटे से आयकर विभाग की छापेमारी जारी है।
आयकर के इन छापों से मध्यप्रदेश की सियासत में घमासान मचा हुआ है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को चुनाव में हार नजर आने लगी है, इसलिए वह ऐसे हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस और भाजपा आयकर के छापों को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रही है।
आयकर अधिकारियों ने कमलनाथ के भानजे रातुल पुरी, निजी सचिव और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रवीण कक्कड़ और सलाहकार राजेंद्र कुमार मिगलानी के ठिकानों पर रविवार तड़के 3 बजे छापा मारा था। खबरों के मुताबिक प्रवीण कक्कड़ के सहयोगी अश्विन शर्मा के आवास पर आयकर विभाग की छानबीन अभी भी जारी है।
आयकर अधिकारियों ने रविवार तड़के दिल्ली, भोपाल, इंदौर और गोवा स्थित 50 ठिकानों पर छापा मारा था। मीडिया में आई खबरों के अनुसार छापे में अब तक 9 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं।
हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि छापे की यह कारवाई लोकसभा चुनाव के लिए हवाला के जरिए धन इकट्ठा करने की सूचना मिलने पर की गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली से आई आयकर विभाग की टीम सुबह 3 बजे उनके घर पहुंची। टीम के साथ सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद थे, जो कक्कड़ के घर की तलाशी ले रहे हैं।
प्रवीण कक्कड़ कांग्रेस के करीबी माना जाता है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान वे कांग्रेस के वॉर रूम के प्रभारी थे। उन्हें पुलिस सेवा में रहते हुए सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है। वे 2004 से 2011 तक केंद्रीय मंत्री रहे कांतिलाल भूरिया के विशेष अधिकारी भी रह चुके हैं।
कांग्रेस ने कहा बदले की कार्रवाई : कांग्रेस ने आयकर के छापों को बदले की कार्रवाई बताया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में हार नजर आने लगी है, इसलिए वे ऐसे हथकंडे अपनाकर डराने का प्रयत्न कर रही है।