हुर्रियत नेताओं में घबराहट, खुद को करेंगे एनआईए के हवाले
श्रीनगर। कश्मीर में 'टेरर फंडिंग' के खिलाफ एनआईए ने जो मुहिम छेड़ी है उसने कश्मीर में बवाल मचा दिया है। एनआईए द्वारा 16 जगह की गई छापेमारी में एक फोटो पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर कश्मीर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यही नहीं एनआईए द्वारा कसी जा रही नकेल से हताश हुए कश्मीर के तीनों प्रमुख अलगाववादी नेताओं ने नौ सितंबर शनिवार को नई दिल्ली पहुंच खुद को एनआईए के हवाले करने का ऐलान किया है।
जम्मू कश्मीर में टेरर फंडिंग के खिलाफ सख्ती करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी अर्थात एनआईए लगातार छापेमारी और गिरफ्तारियां कर रही है। इसी बीच ताजा छापेमारी में एनआईए ने एक फोटो जर्नलिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके विरोध में आज घाटी के सारे पत्रकार लामबंद हो गए और फोटो जर्नलिस्ट को निर्दोष बताते हुए रिहा करने की मांग की।
बता दें कि आज एनआईए ने कश्मीर के एक फोटो पत्रकार कामरान यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया। जिसके विरोध में पुलवामा में डिप्टी कमिश्नर ऑफिस के बाहर पत्रकारों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पत्रकारों ने बैनर लेकर प्रदर्शन किया, जिन पर लिखा था कि 'कामरान यूसुफ एक पत्रकार है, कोई पत्थरबाज नहीं' इसके साथ ही कुछ बैनरों पर लिखा था कि 'पत्रकार कामरान यूसुफ को रिहा करो।'
बता दें कि टेरर फंडिंग के आरोप में एनआईए ने आज भी 9 जगह छापेमारी की है, जिनमें से 3 जगह दिल्ली में छापेमारी की गई है। इस बीच एनआईए द्वारा कसी जा रही नकेल से हताश हुए कश्मीर के तीनों प्रमुख अलगाववादी नेताओं ने नौ सितंबर शनिवार को नई दिल्ली पहुंचकर खुद को एनआईए के हवाले करने का ऐलान किया है।
आज यहां जामिया मस्जिद में उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवायज मौलवी उमर फारुक और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मुहम्मद यासीन मलिक ने एक बैठक के बाद कहा कि एनआईए ने कश्मीर में हुर्रियत नेताओं व उनके परिजनों को अकारण प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है।
इस बैठक में कट्टरपंथी सईद अली शाह गिलानी को भी शामिल होना था, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण वे नहीं आए। अलबत्ता, उन्होंने फोन पर वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया और एनआईए को गिरफ्तारी देने के फैसले का समर्थन किया।
मीरवायज मौलवी, उमर फारुक ने कहा कि हम सभी ने दिल्ली जाने के लिए टिकट खरीद लिए हैं। शनिवार नौ सितंबर को हम लोग दिल्ली जाएंगे और एनआईए के मुख्यालय में पहुंचेंगे और वहां वे अपने आपको एनआईए के हवाले कर देंगे।