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Last Updated : गुरुवार, 21 दिसंबर 2023 (14:16 IST)

Variant JN.1 : हार्ट- शुगर के मरीज और ज्‍यादा उम्र वाले लोग कोरोना की हाई रिस्‍क पर, डॉक्‍टरों ने चेताया कैसे रहें सतर्क

Variant JN.1 : हार्ट- शुगर के मरीज और ज्‍यादा उम्र वाले लोग कोरोना की हाई रिस्‍क पर, डॉक्‍टरों ने चेताया कैसे रहें सतर्क - Heart-diabetes patients and older people are at high risk of corona
  • दुनिया के 40 देशों में फैला, भारत में कुल 21 मामले
  • लक्षण पुराने कोविड संक्रमण की तरह, लेकिन तीव्रता कम है
  • हार्ट- शुगर और ज्‍यादा उम्र वाले लोग हाई रिस्‍क पर
Variant JN.1 : कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनिया के 40 देशों में फैल चुका है। भारत में अब तक इसके 21 केस आ चुके हैं। इनमें गोवा में 19 और केरल-महाराष्ट्र में 1-1 मामला आया है। देशभर में कुल 21 मामले आए हैं।

इंदौर की बात करें तो यहां अब तक 3 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक मरीज ठीक हो गया है, जबकि दो लोग जो मालदीव से लौटे थे, उन्‍हें होम आइसोलेशन पर रखा गया है।

WHO के मुताबिक इस नए संक्रमण से कोई खतरा नहीं है, हालांकि भीड़ में मास्क पहनने की हिदायत दी गई है। वेबदुनिया ने शहर के जाने माने डॉक्‍टर रवि दोशी और महात्‍मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर के डॉ संजय दीक्षित से इस बारे में विस्‍तार से चर्चा की। जानते हैं क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर।
dr ravi dosi
क्‍या लक्षण है नए वैरिएंट के?
कोविड संक्रमण के इस नए वैरिएंट के लक्षणों के बारे में डॉ रवि दोशी ने बताया कि लक्षण एक जैसे हैं, सर्दी-खांसी, बुखार और गले में खराश ही इसके लक्षण है। उन्‍होंने बताया कि हालांकि यह उतना खतरनाक नहीं है। समय के साथ इसकी तीव्रता कम होती जा रही है।

किसे है ज्‍यादा खतरा?
डॉ रवि दोशी ने बताया कि हालांकि समय के साथ कोरोना की तीव्रता कम होती जा रही है। लेकिन बावजूद इसके लोगों को सावधानी रखना होगी। डॉ दोशी ने बताया कि जिन लोगों की उम्र ज्‍यादा है या जिन्‍हें शुगर, हार्ट, फैफडों आदि की कोई बीमारी है उन्‍हें ज्‍यादा सावधान रहने की जरूरत है, क्‍योंकि वे हाई रिस्‍क पर हैं। ऐसे दमें उन्‍हें ज्‍यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

मालदीव से हुए संक्रमित
इंदौर के दंपत्‍ति मालदीव से लौटने के बाद कोरोना संक्रमित हो गए थे। दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। दोनों मरीज ए सिंटोमेटिक हैं। दोनों के सेंपल नए वेरिएंट की आशंका को देखते हुए जांच के लिए भोपाल एम्स भेजे गए है। तीन से चार दिन में रिपोर्ट आएगी। कोरोना से पीडि़त 33 वर्षीय महिला होम आइसोलेशन में ठीक हो चुकी है, जबकि पति अभी होम आईसोलेशन में है। डाक्टरों ने परिवार के अन्य लोगों के सेंपल भी लिए है, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।

क्‍या तैयारी है स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की?
घबराएं नहीं, सतर्क रहें : स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि कोरोना को लेकर घबराने की जरुरत नहीं है, बस सतर्कता बरते और मास्क का इस्तेमाल करे। उधर फिर से कोरोना संक्रमित मिलने पर एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 18 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए रिर्जव रखने को कहा गया है। उल्‍लेखनीय है कि कोरोना की दो लहरों में इंदौर में दो लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके है, जबकि कोरोना के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 1472 है। इंदौर में कोरोना का एक्टिव मरीज फिलहाल एक है। जहां तक इंदौर में इस महामारी से निपटने की बात है तो डॉक्‍टरों के मुताबिक स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय से मिले निर्देश मिले हैं, उसी हिसाब से तैयारी की गई है। स्‍टाफ को सतर्क रहने के लिए कहा है, अस्‍पतालों में पलंग बढाए जा रहे हैं। वहीं लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

जीनोम सिक्‍वेंस की जांच के लिए भेजे सेंपल
एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन डॉ संजय दीक्षित ने वेबदुनिया को बताया कि इंदौर में कोरोना के दो नए मरीज मिले हैं, दोनों पलासिया क्षेत्र के हैं और मालदीव से इंदौर लौटे हैं। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद उन्‍हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। उन्‍होंने बताया कि जीनोम सिक्‍वेंस की जांच के लिए उनके सेंपल भेजे गए हैं। एक दो दिन में रिपोर्ट आएगी। हालांकि अभी यह नहीं कह सकते कि ये वही वैरिएंट है। सामान्‍य सर्दी खांसी का भी दौर है। इसलिए हमने जांचों की संख्‍या बढा दी है। उन्‍होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, बस सतर्क रहना होगा।- डॉ संजय दीक्षित, डीन एमजीएम कॉलेज, इंदौर
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