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Last Updated :नई दिल्ली-शिलांग , रविवार, 3 जून 2018 (21:29 IST)

शिलांग में किसी गुरुद्वारे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, स्थिति तनावपूर्ण

शिलांग में किसी गुरुद्वारे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, स्थिति तनावपूर्ण - Gurudwara Shillong, Sikh community, Meghalaya,
नई दिल्ली-शिलांग। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने आज कहा कि मेघालय में सिख समुदाय के किसी गुरुद्वारे या अन्य संस्थाओं को कोई क्षति नहीं पहुंची है। वहां, बस चालकों और स्थानीय लोगों के बीच संघर्ष हुआ था। फिलहाल शिलांग में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। रविवार को कुछ स्थानों पर कर्फ्यू में ढील भी दी गई है।
 
 
अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें : रिजिजू की टिप्पणी शिलांग में गुरुवार को हिंसा के मद्देनजर आई है। वहां शुक्रवार को तड़के 14 इलाकों में दिन का कर्फ्यू और प्रदेश की राजधानी के समूचे इलाके में रात का कर्फ्यू लगाया गया था। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘अफवाह फैलाने वालों और परेशानी खड़ी करने वालों से सावधान रहें। मेघालय में सिख समुदाय के किसी गुरुद्वारे या अन्य संस्थानों को क्षति नहीं पहुंची है।’
 
सेना ने किया फ्लैग मार्च : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि शिलांग में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है और राज्य सरकार बेहद सतर्क है और मामले का समाधान कर रही है। सेना ने हिंसा के बाद विभिन्न इलाकों में फ्लैग मार्च किया था। पहाड़ी नगरी में पंजाबी लाइन निवासियों और खासी समुदाय से जुड़े राज्य सरकार के बस के कर्मचारियों के बीच संघर्ष हुआ था। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 
 
सोशल मीडिया पर अफवाह फैला तनाव : यह हिंसा तब हुई थी जब बस के एक कर्मचारी पर कथित तौर पर गुरुवार को दोपहर इलाके के निवासियों के एक समूह ने हमला किया। परेशानी तब बढ़ गई जब सोशल मीडिया पर अफवाह फैल गई कि कर्मचारी की मौत हो गई। 
 
पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले : सोशल मीडिया में अफवाह के बाद बाद बस चालकों का समूह पंजाबी लाइन क्षेत्र में जमा हो गया। पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। घायल हुए बस कर्मी और तीन अन्य को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। शिलांग में शुक्रवार और शनिवार को हिंसा हुई थी। चार स्थानीय लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। 
 
प्रशासन ने कर्फ्यू में दी ढील : शिलांग में दो दिन की हिंसा के बाद अभी भी तनावभरा माहौल है। हालांकि इस तनाव के बीच लोगों को राहत देने की गरज से प्रशासन ने 14 इलाकों में जो कर्फ्यू लगाया था, उसमें थोड़ी ढील दी गई है। ईस्ट खासी हिल्स जिले के प्रभारी उपायुक्त पीटर एस.दखार के अनुसार लुमडिंगजरी पुलिस थाने और कैंटोनमेंट बीट हाउस क्षेत्रों में रविवार को सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई ताकि इस दौरान लोग अपनी जरूरत का सामान ला सकें।
 
मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक जारी : प्रभारी उपायुक्त दखार ने कहा कि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक जारी रहेगी। इसके अलावा जिले में सभी पेट्रोल पंपों से खुले जेरीकन, बोतलों और अन्य कंटेनरों में पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर भी रोक रहेगी।
 
500 लोगों को बचाया : शुक्रवार देर रातभर चली हिंसा के दौरान उग्र भीड़ ने एक दुकान और एक मकान को आग के हवाले कर दिया और पांच वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हिंसा में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घायल हुए। स्थिति पर काबू पाने के लिए सेना के जवानों ने फ्लैग मार्च किया और करीब 500 लोगों को बचाया, जिसमें 200 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
 
क्या है पूरा मामला : गुरुवार रात यहां की पंजाबी लाइन में रहने वाले कुछ लोगों का एक बस कंडक्टर के साथ हआ झगड़ा नस्लीय लड़ाई में बदल गया था बस चालकों ने जब इसके खिलाफ एकजुटता दिखाई तो मामला और बिगड़ गया। स्थानीय लोगों का गुस्सा पंजाबी लाइन इलाके में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों के खिलाफ है। इसे लेकर सियासी सरगर्मी भी शुरू हो गई है। अकाली दल ने सिख समुदाय की सुरक्षा के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री से बात की है। 
 
पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया : हिंसा के मामलों में पुलिस अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पथराव और झड़प के दौरान एक पत्रकार समेत 5 लोगों के जख्मी की भी जानकारी मिल रही है। हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने आपात बैठक की और लोगों से संयम बरतने की अपील की है। फिलहाल शिलांग में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।

मुख्यमंत्री ने कहा शिलांग की झड़प सांप्रदायिक नहीं : मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने कहा है कि गुरूवार को हिंसा स्थानीय मुद्दे पर भड़की थी और यह सांप्रदायिक नहीं थी। कर्फ्यू में आज सात घंटे की ढील दी गई। दो समुदायों से जुड़ी झड़प के मद्देनजर दिल्ली से शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के एक दल ने मेघालय की राजधानी का दौरा किया है। 
 
मीडिया के एक धड़े ने इसे सांप्रदायिक रंग दिया : संगमा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘समस्या एक खास मुद्दे पर स्थानीय स्तर की है। बस ये हुआ कि दो खास समुदाय के लोग इसमें शामिल थे, लेकिन यह सांप्रदायिक नहीं था।’ उन्होंने कहा कि कुछ समूहों और राज्य के बाहर के मीडिया के एक धड़े ने इसे सांप्रदायिक रंग दिया। उन्होंने कहा कि हिंसा के मामले में ईस्ट खासी हिल्स जिले के बाहरी इलाके के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया और कुछ लोगों ने उन्हें शराब और नकदी बांटी थी। शिलांग ईस्ट खासी हिल्स जिले में आता है। 
 
शिअद की एक टीम ने दौरा किया : इससे पहले शिअद की एक टीम ने हिंसा प्रभावित इलाके के बाशिंदों से मुलाकात की। टीम में विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मंजीत सिंह भी थे। शिअद के दल ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। 
 
रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी : अधिकारियों ने बताया कि लुमडिंगजरी थाना और छावनी पुलिस बीट हाउस के 14 क्षेत्रों में कर्फ्यू तीन बजे फिर से बहाल कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि समूचे शहर में रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा और इंटरनेट तथा मैसेजिंग सेवा निलंबित रहेगी। 
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