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Last Modified: लखनऊ , सोमवार, 8 जुलाई 2024 (23:13 IST)

Weather Update : यूपी में उत्तराखंड से आई बाढ़, 20 से ज्यादा गांवों में घुसा पानी

Weather Update : यूपी में उत्तराखंड से आई बाढ़, 20 से ज्यादा गांवों में घुसा पानी - Floods came to Uttar Pradesh from Uttarakhand
Floods came to Uttar Pradesh from Uttarakhand : नेपाल और उत्तराखंड के बांधों से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने उत्तर प्रदेश के तराई और मैदानी इलाकों में बाढ़ के रूप में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने से उफनाई नदियों की बाढ़ से प्रदेश में 6 जिलों के अनेक गांव प्रभावित हुए हैं। पीलीभीत में शारदा नदी उफान पर है और उसकी बाढ़ का पानी 20 गांवों में घुस गया।
राहत आयुक्त कार्यालय से सोमवार को प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड के बनबसा बांध से रविवार रात करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से पीलीभीत जिले में शारदा नदी उफान पर है और उसकी बाढ़ का पानी 20 गांवों में घुस गया है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम 32 नौकाओं की मदद से काम कर रही है।
 
लखीमपुर खीरी में भी बाढ़ का असर दिख रहा : रिपोर्ट के मुताबिक, बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से लखीमपुर खीरी में भी बाढ़ का असर दिख रहा है। यहां शारदा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। नदी की बाढ़ से दो गांवों के पांच हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। यहां भी एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई है।
 
बलरामपुर और श्रावस्ती में राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। रिपोर्ट के अनुसार बलरामपुर में बाढ़ से 26 गांव प्रभावित हैं। बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पीएसी की एक-एक टीम तैनात की गई है। प्रभावित लोगों के लिए 19 शरणालय बनाए गए हैं।
 
18 गांवों के लगभग 35 हजार लोग प्रभावित : श्रावस्ती में उफनाई राप्ती नदी की बाढ़ से तीन तहसीलों के 18 गांवों के लगभग 35 हजार लोग प्रभावित हैं। बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम तैनात की गई है। प्रभावित लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकालने के लिए छह नौकाओं और नौ मोटरबोट की मदद ली जा रही है।
राहत आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक, कुशीनगर में गंडक नदी भी उफान पर है और उसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है। जिले में पांच गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां बाढ़ प्रभावित लोगों को शरण देने के लिए 48 शरणालय बनाए गए हैं।
 
8 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया : रिपोर्ट के अनुसार, शाहजहांपुर में बाढ़ की स्थिति तो नहीं है लेकिन खैतान नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की वजह से उसके आसपास अस्थाई मकान बनाकर रह रहे आठ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गोंडा जिले में तीन गांवों में कई हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के अन्य किसी भी जिले में बाढ़ की स्थिति नहीं है।
उत्तर प्रदेश में मानसून पिछले करीब एक हफ्ते से एक खासा सक्रिय है और मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश के अनेक स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 
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