पीओके को भारत में लाने के समर्थन में आए दिग्विजय सिंह
भोपाल। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले के बाद अब पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) को भारत में लाने की मांग तेज हो गई है। मोदी सरकार में मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी महासचिव राममाधव पहले ही साफ कर चुके है कि अगला लक्ष्य पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में लाना है और इसके लिए काम शुरू हो चुका है।
इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गिजय सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पीओके समेत पूरा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब जम्मू कश्मीर का भारत में विलय किया गया था पीओके भी उसका अंग था इसलिए वह भी भारत का हिस्सा है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस को अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने पर आपत्ति न होकर उसके लिए अपनाए गए असंवैधानिक तरीके से है। दिग्विजय ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी कश्मीर मुद्दें का हल कश्मीरित, जम्हूरियत और इंसानियत के रास्ते से निकाले जाने की बात कहते थे लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने समस्या के हल के लिए इस पॉलिसी को बिल्कुल ठुकरा दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस फैसले से पहले जम्मू कश्मीर के लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के तरीके को असंवैधानिक बताया था। प्रियंका ने साफ कहा कि जिस तरीके से फैसले को अमल में लाया गया वह गलत था।
चिदंबरम के बयान से किया किनारा – इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के उस बयान से भी किनारा कर लिया जिसमें उन्होंने कहा कि अगर जम्मू कश्मीर हिंदू बहुल राज्य होता तो वहां से धारा 370 नहीं हटाया जाता। मीडिया ने जब दिग्विजय सिंह पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बयान के बारे में पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि कश्मीर को हिंदू मुस्लिम करके नहीं देखना चाहिए।