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Last Modified: मंगलवार, 11 जून 2019 (22:05 IST)

चक्रवाती तूफान 'वायु' को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी, सरकार ने जारी किया हाईअलर्ट

चक्रवाती तूफान 'वायु' को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी, सरकार ने जारी किया हाईअलर्ट - cyclonic storm vayu expected to hit gujarat coast on june 13
नई दिल्ली। चक्रवात वायु को लेकर मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। चक्रवाती तूफान वायु की भयानकता देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की गई है। तूफान को देखते हुए सरकार ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है।
 
अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान वायु के 13 जून की सुबह गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के वेरावल तट के निकट जमीन से टकराने (लैंडफॉल) की संभावना है।
 
मौसम विभाग ने अरब सागर से सटे राज्यों यानि केरल, कर्नाटक, लक्ष्यद्वीप, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों के मछुआरों को सलाह दी है कि वे मछली पकड़ने समुद्र में न जाएं, मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के दौरान समुद्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है।
 
इस देखते हुए एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। तटवर्ती 9 जिलों के स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने केवल इसी विषय पर कल कैबिनेट की बैठक बुलाई है। सभी प्रभारी मंत्रियों को उनके  जिलों में रहने के आदेश दिए गए हैं।
 
इसके अलावा सभी सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। हजारों की संख्या में मछुआरों की नौकाएं वापस लौट आई हैं जबकि घोघा और दहेज के बीच खंभात की खाड़ी में चलने वाली रो रो फेरी सेवा को आज से तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
 
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवात 'वायु' के 13 जून की सुबह 115-130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पोरबंदर और महुवा के बीच वेरावल तथा दीव क्षेत्र के आसपास गुजरात तट पहुँचने की उम्मीद है। इससे गुजरात के तटीय जिलों में भारी बारिश और समुद्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंचा ज्वार-भाटा आने की आशंका है। कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले के निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की भी आशंका है
 
चक्रवात वायु को लेकर अलर्ट पर सरकार : गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवात वायु के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 
 
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने 26 टीमों को पहले से तैनात किया गया है। हर टीम में करीब 45 कर्मी हैं। बचाव दल नावों, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं। एनडीआरएफ गुजरात सरकार के अनुरोध पर अन्य 10 टीमें भी भेज रहा है।
 
समीक्षा के बाद गृहमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हरसंभव उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 
 
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बरकरार रखने और चक्रवात से नुकसान होने की स्थिति में तत्काल उन सेवाओं को बहाल किए जाने पर भी बल दिया।
 
मंत्रालय गुजरात, महाराष्ट्र, गोआ, कर्नाटक की सरकारों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के साथ निरंतर संपर्क में है।
 
अधिकारी ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, सेना और वायुसेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं। शाह ने नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के भी निर्देश दिए।
 
मौसम विभाग से मिली नवीनतम सूचना के अनुसार तूफान वायु 13 जून को सुबह 6 से 7 बजे के बीच वेरावल और महुवा के बीच अथवा अधिक संभावना के तहत वेरावल के निकट जमीन से टकराएगा। अब तक की सूचना के अनुसार यह इतना तीव्र नहीं होगा कि लोगों का स्थानांतरण करना पड़े। 
      
मौसम विभाग ने वायु के मद्देनजर गुजरात के तटीय सौराष्ट्र क्षेत्र में कल से लेकर 14 जून तक भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। यह आज सुबह साढ़े पांच बजे तक वेरावल तट से 690 किमी दक्षिण में स्थित था। जमीन से टकराते समय इसकी गति 110 से लेकर 135 किमी प्रति घंटा रह सकती है।
 
अहमदाबाद में मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि इस तूफान के अति तीव तूफान के तौर पर गुजरात तट से टकराने की संभावना है। 
 
इससे पहले दो बार ऐसे तूफानों की चेतावनी अंत में फुस्स साबित हुई थी। वर्ष 2014 के अक्टूबर में नीलोफर तूफान और 2017 दिसंबर में ओखी तूफान गुजरात तट से टकराते समय महज निम्न दबाव के मामूली क्षेत्र में तब्दील हो गये थे। इनसे कोई नुकसान नहीं हुआ था जबकि इससे पहले इनसे निपटने के लिए व्यापक तैयारी की गई थी और सेना के तीनो अंगों को भी तैयार रखा गया था।