भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र के ऊपर बना गहरा दबाव वाला क्षेत्र रविवार को और तीव्र होकर चक्रवाती तूफान 'असानी' में बदल गया। ये तूफान भारत के तट पर सीधे लैंडफॉल नहीं कर रहा है। लेकिन फिर भी हवा की रफ्तार बनी रहेगी। 9 मई को तूफान की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है। इस तूफान को असानी नाम दिया गया है।
चक्रवाती तूफान असानी का असर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा दिखने के आसार हैं। इसके अलावा बिहार, झारखंड, सिक्किम, असम, आंध्र प्रदेश में भी इसका असर दिखाई देगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ओडिशा या आंध्र प्रदेश में दस्तक नहीं देगा लेकिन तट के समानांतर आगे बढ़ेगा।Deep Depression over intensified into a cyclonic storm Asani about380 km west of Port Blair (Andaman Islands).To move northwestwards and intensify further into a Severe Cyclonic Storm over east central Bay of Bengal during next 24 hours pic.twitter.com/3AkJAtHIxw
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 8, 2022
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि तूफान उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और उत्तर आंध्र-ओडिशा तट के पास से उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा। यह अब उत्तर-पश्चिम दिशा में तट की ओर बढ़ रहा है। यह 10 मई की शाम तक उस दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा, और उसके बाद समुद्र में उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा तथा फिर तट के समानांतर आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति 9 मई और 10 मई को खराब रहेगी तथा समुद्र में हवा की गति 10 मई को बढ़कर 80-90 किमी प्रति घंटे हो जाएगी।
महापात्र ने कहा, 'ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में, हवा की गति लगभग 40-50 किमी प्रति घंटे होगी, जो बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी। हवा की अधिकतम गति 50-60 किमी प्रति घंटे रहेगी। हवा की यह स्थिति 11 मई तक बनी रहेगी और उसके बाद कम हो जाएगी।'
इसके प्रभाव से ओडिशा के तटीय जिलों-गंजम, गजपति, खुर्दा, जगतसिंहपुर और पुरी में 10 मई की शाम के बाद हल्की से मध्यम बारिश होगी। अगले दिन गंजम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और कटक में एक-दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। मछुआरों को नौ, 10 और 11 मई को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।