फिर डरा रहा है कोरोना, 2022 के मुकाबले 2023 में ज्यादा मामले
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़कर आ रहे हैं, उससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। पिछले 7 दिनों में संक्रमण का आंकड़ा 3000 से ऊपर ही आ रहा है। सिर्फ 1 अप्रैल को ही 2 हजार 994 मरीज सामने आए थे। इस बीच, पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 68 करोड़ 42 लाख 89 हजार से ज्यादा हो गई है।
अप्रैल माह की ही बात करें तो पिछली साल यानी 2022 के मुकाबले इस बार 2023 में ज्यादा मामले आ रहे हैं। 5 अप्रैल की ही बात करें तो इस बार 4 हजार 435 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछली बार 795 मामले ही थे। वहीं 5 अप्रैल 2021 को यह आंकड़ा 1 लाख 3 हजार 558 था। वहीं 2020 में यह संख्या 505 थी।
पिछले 7 दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च को संक्रमितों की संख्या 3016 थी, 2 अप्रैल को यह बढ़कर 3824 हो गई। सिर्फ 1 अप्रैल को ही 2994 मामले थे, जबकि 5 अप्रैल को इस साल की सबसे ज्यादा संख्या दर्ज की गई। भारत में बढ़ रहे संक्रमण की सबसे बड़ी वजह XBB.1.16 को माना जा रहा है। हालांकि इसे ज्यादा खतरनाक नहीं माना जा रहा है। वर्तमान में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात आदि राज्यों से आ रहे हैं।
कितना खतरनाक है XBB.1.16 वैरिएंट : कोरोना के नए मामले बढ़ने के लिए नए वैरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इससे पीड़ित मरीज गंभीर हालत में नहीं पहुंचते। आमतौर पर उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। इस तरह संक्रमित मरीज घर में रहकर ही ठीक हो जाता हैं। हालांकि विशेषज्ञ इस बात को लेकर जरूर आगाह करते हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही परेशानी का कारण बन सकती है।
खतरनाक नहीं कोरोना : आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का मानना है कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। चार गुना या 10 गुना केस बढ़ना भी खतरनाक नहीं है। कोरोना भी एक फ्लू है, जिसका असर हमेशा दिखाई देगा। वर्तमान में आने वाले कोरोना मरीज भी पूर्व की तरह सीरियस कंडीशन में नहीं हैं।