बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, आम लोगों की जेब पर और कितनी चपत लगेगी
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कर्नाटक में मतदान संपन्न होने के बाद पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर देश की जनता के साथ छल करने का आरोप लगाया और सवाल किया कि आम लोगों की जेब पर इस तरह से कब चपत लगती रहेगी।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कर्नाटक में वोट हासिल करने के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी नहीं की गई। इसके बाद फिर राज्य और देश की जनता के साथ छल हुआ। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में लोगों को पहली चपत लगी। आम लोगों की जेब पर और कितनी चपत लगेगी।
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि फिर से वही हुआ। पेट्रोल एवं डीजल पर और कर बढ़ा, आम उपभोक्ता पर बोझ बढ़ा। कर्नाटक चुनाव तो सिर्फ इंटरवल था।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद आज सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों पर 19 दिन से लगी रोक हटा ली। इसके बाद पेट्रोल की कीमत में 17 पैसे और डीजल के मूल्य में 21 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई।
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल 74.63 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 74.80 रुपए प्रति लीटर जबकि डीजल 65.93 रुपए से 66.14 रुपए प्रति लीटर हो गया है। वृद्धि के बाद डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं जबकि पेट्रोल 56 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया। (भाषा)