लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश, विपक्ष का हंगामा
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नागरिकता संशोधन बिल पेश किया। शाह के बिल पेश करने के साथ ही सदन में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। हालांकि शिवसेना ने सरकार का साथ दिया। इस बिल के पास होने के बाद मुस्लिम देशों आए शरणार्थियों को फायदा मिलेगा।
अमित शाह ने बिल पेश करने के बाद कहा कि यह बिल अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है। उन्होंने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों से कहा कि आपके हर सवाल का जवाब दूंगा मगर आप वॉकआउट मत कर जाना।
शिवसेना, बीजेडी, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस, एआईएडीएमके ने इस बिल का समर्थन किया है। वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने विरोध किया है। इस बिल के पास होने के बाद भारत में रह रहे हिन्दू, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों को यहां की नागरिकता मिल जाएगी।
कितने हैं शरणार्थी : इस समय भारत में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि से आए 21 हजार 313 शरणार्थी रह रहे हैं। इनमें 25 हजार 447 हिन्दू, 5807 सिख, 55 ईसाई, 2 बौद्ध एवं 2 पारसी शामिल हैं। यदि यह बिल पास हो जाता है तो बिना किसी उपयुक्त दस्तावेज के इन्हें भारत की नागरिकता मिल जाएगी।