ग्रेटर नोएडा में दो इमारते ढहीं, भड़का लोगों का गुस्सा, दर्दनाक हादसे का जिम्मेदार कौन...
नोएडा। थाना बिसरख क्षेत्र के शाहबेरी गांव में बीती रात छह मंजिला इमारत ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोगों के अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। यह इमारत निकट स्थित इमारत पर गिरी जिससे वह भी ढह गई।
दमकल विभाग के प्रमुख (सीएफओ) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटना के समय इमारत में कम से कम 12 मजदूर मौजूद थे और उन सभी के फंसे होने की आशंका है। दोनों इमारतों में करीब 30 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
लोगों में भारी गुस्सा : पुलिस ने अवरोधक लगाकर घटनास्थल पर आम लोगों को जाने से रोक दिया है। इस घटना से लोगों में भारी रोष है। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण अधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से क्षेत्र में इस तरह की कई अवैध इमारतें बन रही हैं।
क्यों हुआ हादसा : ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इमारत के निर्माण में घटिया सामग्री एवं कमजोर सरियों का प्रयोग किया गया था, जिससे यह हादसा हुआ। सीएफओ ने बताया कि आस-पास के लोगों के अनुसार दोनों इमारतों में करीब 30 लोग रह रहे थे।
बिना नक्शा पास कराए कैसे हुआ निर्माण : एक सामाजिक कार्यकर्ता संदीप दुबे ने बताया कि उन्होंने 25 अगस्त 2017 को आरटीआई के माध्यम से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से पूछा था कि उक्त इमारत का नक्शा पास कराए बिना निर्माण कैसे हो रहा है। लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उनकी आरटीआई का कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने प्राधिकरण में डाली गई आरटीआई की कॉपी भी मीडिया कर्मियों को उपलब्ध कराई है।
आज सुबह कुछ देर के लिए बचाव कार्य रुका था, लेकिन आधे घंटे बाद इसे फिर शुरू कर दिया गया। पुलिस ने अवरोधक लगाकर घटनास्थल पर आम लोगों को जाने से रोक दिया है।