जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने गांधी परिवार के साथ अपने रिश्तों को तर्क से परे बताया है। राज्य के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में गहलोत ने कहा कि 19 अक्टूबर के बाद भी मेरे गांधी परिवार से रिश्ते वही रहेंगे, जो पिछले 50 साल से रहे हैं।
राज्य के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में गहलोत ने कहा कि 19 अक्टूबर के बाद भी मेरे गांधी परिवार से रिश्ते वही रहेंगे, जो पिछले 50 साल से रहे हैं। ये मैं दावे के साथ कह सकता हूं। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग जो सत्ता में आए हैं, ये फासीवादी हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के सिद्धांत, कार्यक्रम व नीतियों की चर्चा हो रही है, संविधान के अनुरूप ही कांग्रेस के सिद्धांत, उसकी नीतियां, उसके कार्यक्रम बनते हैं। 70 साल, 75 साल हो गए देश को, उसी के आधार पर देश चला है और चलना चाहिए। अब जब से ये भाजपा वाले सरकार में आए हैं, तब से संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, कानून व्यवस्था को दरकिनार करके फैसले हो रहे हैं, लोग बेवजह जेल जा रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि असहमति इनको (भाजपा को) बर्दाश्त नहीं होती है जबकि असहमति-आलोचना लोकतंत्र का आभूषण है, उसके कारण ही लोकतंत्र जिंदा रहता है। विपक्ष नहीं होगा तो फिर लोकतंत्र कैसे होगा? फिर तो वह फासीवाद होगा और तानाशाही होगी। धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर भड़काना बहुत आसान काम होता है, जैसे आग लगाना बड़ा आसान काम होता है, पर आग को बुझाने में समय लगता है, वक्त लगता है, संघर्ष करना पड़ता है, वही बात यहां लागू होती है।
'एक व्यक्ति-एक पद' के बारे में कांग्रेस पार्टी की उदयपुर घोषणा तथा राजस्थान की राजनीति पर उसके असर के बारे में गहलोत ने कहा कि इस सवाल का तो अब मल्लिकार्जुन खड़गे साहब चुनाव जीतेंगे तो वो ही जवाब देंगे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। इसके परिणाम 19 अक्टूबर को आएंगे और पार्टी को नया अध्यक्ष मिलेगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए जारी चुनाव में मतदान किया। गहलोत सोमवार को गुजरात जाएंगे जहां उनका दो जनसभाएं संबोधित करने का कार्यक्रम है।
Edited by: Ravindra Gupta