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Last Modified: रविवार, 7 मई 2017 (21:47 IST)

आम आदमी पार्टी में भूचाल, मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस्तीफे की मांग तेज

आम आदमी पार्टी में भूचाल, मुख्यमंत्री केजरीवाल से इस्तीफे की मांग तेज - Arvind Kejriwal, y, Kapil Mishra, 2 crores bribe
नई दिल्ली। दिल्ली के जल संसाधन और पर्यटन मंत्री पद से हटाए गए कपिल मिश्रा के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 2  करोड़ रुपए नकद लेने के आरोप लगाने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) में  भूचाल आ गया है और पार्टी गहरे संकट में फंस गयी है।
       
'आप' के वरिष्ठ नेता के इस सनसनीखेज खुलासे के बाद कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केजरीवाल पर तीखे हमले शुरू करते हुए उनके इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है जबकि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास खुलकर केजरीवाल के समर्थन में सामने आ गए हैं। इस बीच 'आप' के संस्थापक रहे और बाद में इससे अलग हुए धड़े के नेता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने भी इस पूरे प्रसंग की जांच कराने की मांग की है।
       
मिश्रा ने आज सुबह यहां भीड़भरी प्रेस कांफ्रेंस में  केजरीवाल पर जब यह आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने उनके सामने 2 करोड़ रुपए दिए थे तो उन्होंने सवाल किया था कि यह पैसा कहां से आया है तो इस सवाल पर केजरीवाल ने चुप्पी साध ली। 
         
इस खुलासे के तत्काल बाद दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने फौरन प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की और इस घटना की जांच करने को कहा। माकन ने मुख्यमंत्री के खिलाफ इन आरापों के मद्देनजर मुकदमा दायर करने की मांग की है। केंद्रीय खेल राज्य मंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ ने विजय गोयल ने भी कहा कि केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। 
 
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के पूर्व जल संसाधन और पर्यटन मंत्री के आरोपों को बेबुनियाद एवं अविश्वसनीय करार दिया और कहा कि उनके आरोपों का जवाब देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा मंत्री के रूप में मिश्रा ने अच्छा काम नहीं किया था इसलिए उन्हें मंत्री पद से हटाया गया और वह जो आरोप लगा रहे हैं, उसका जवाब देने की आवश्यकता नहीं है।
 
पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने भी मिश्रा के आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि वह 12 साल से  केजरीवाल को जानते हैं और उनके साथ काम करने के बाद वह कह सकते हैं कि केजरीवाल भ्रष्टाचार नहीं कर सकते और ना ही रिश्वत ले सकते हैं। 
 
विश्वास ने कहा केजरीवाल का शत्रु भी यह नहीं मान सकता कि वह भ्रष्टाचार करते हैं। उन पर आधारहीन और बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। ये आरोप गलत हैं और सनसनी पैदा करने के मकसद से लगाए गए हैं। मैं इन आरोपों से आहत हूं। अगर किसी के पास इस संबंध में कोई सबूत है तो अवश्य सामने रखा जाना चाहिए। आरोपों की जांच होनी चाहिए।
 
मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटाए जाने संबंधी फैसले पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी का निर्णय है और वह उसके हर फैसले का सम्मान करते हैं। गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद से विश्वास और  केजरीवाल के बीच तनातनी की खबरें आ रही थीं। मिश्रा को विश्वास का करीबी माना जाता है।
        
इस बीच 'आप' के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने ट्वीट करके कहा कि केजरीवाल सत्ता के लालची हैं और बदमिजाज हैं लेकिन उन्होंने रिश्वत ली है इसके लिए पुख्ता प्रमाण की जरूरत है। 
 
भाजपा ने मिश्रा के भ्रष्टाचार के आरोपों को अति गंभीर बताते हुए  केजरीवाल से तुरन्त इस्तीफा देने की मांग की है। पार्टी ने भ्रष्टाचार मामलों में कार्रवाई करने वाली विभिन्न सरकारी एजेंसियों-केन्द्रीय जांच ब्यूरो, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने और केजरीवाल के खिलाफ मामला दर्ज करने का भी अनुरोध किया है।
        
पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री के खिलाफ उनके ही कैबिनेट मंत्री ने न सिर्फ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए बल्कि वह एक प्रत्यक्षदर्शी के रूप में गवाही देने के लिए भी तैयार हैं। यह बहुत ही गंभीर मामला है और इन आरोपों को देखते हुए  केजरीवाल को पद पर बने रहने का कोई नैतिक और वैधानिक अधिकार नहीं है। उन्हें तत्काल पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
        
तिवारी ने कहा कि वह दिल्ली का जनप्रतिनिधि होने और भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते केजरीवाल से इस्तीफे की मांग करते हैं। यह जनता के पैसे की लूट कर अपनी जेब भरने का मामला है। एक कैबिनेट मंत्री ही यह आरोप लगा रहा है कि मुख्यमंत्री ने एक अन्य कैबिनेट मंत्री से 2 करोड़ रुपए की रिश्वत ली है। उन्होंने कहा कि  मिश्रा ने केजरीवाल के समक्ष जब यह मामला उठाया तो उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया।
        
केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। एक ऐसा व्यक्ति मुख्यमंत्री पर आरोप लगा रहा है जो अभी भी मंत्री पद पर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर एक अन्य मंत्री से 2 करोड़ रुपए नकद रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। साथ ही यह आरोप भी है कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल के रिश्तेदार के लिए एक डील भी करवाई। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को तुरंत पद से हट जाना चाहिए और यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो केन्द्र सरकार को उन्हें बर्खास्त करके उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। (वार्ता)