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Last Modified: गुरुवार, 14 मई 2020 (16:49 IST)

थलसेनाध्यक्ष का बड़ा बयान, चीन के साथ सीमा पर भारतीय सैनिक अपनी स्थिति पर कायम

थलसेनाध्यक्ष का बड़ा बयान, चीन के साथ सीमा पर भारतीय सैनिक अपनी स्थिति पर कायम - army chief said indian soldiers maintain their position on-the border with china
नई दिल्ली। थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गुरुवार को कहा कि चीन के साथ सीमा पर भारतीय सैनिक अपनी ‘स्थिति’ पर कायम हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास का काम चल रहा है।
 
उनका यह बयान दोनों देशों के जवानों के बीच हिंसक झड़पों की दो अलग-अलग घटनाओं के कुछ दिन बाद आया है।
 
उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में हुई घटनाओं में चीनी और भारतीय सैनिकों का व्यवहार आक्रामक था और इस वजह से दोनों पक्षों के जवानों को मामूली चोटें आईं। थल सेना प्रमुख ने कहा कि स्थानीय स्तर पर बातचीत के बाद दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझा लिया गया।

उन्होंने कहा कि यह दोहराया गया है कि इन दोनों घटनाओं का न तो आपस में कोई संबंध था और न ही उनका किसी अन्य वैश्विक या स्थानीय गतिविधियों से कोई संबंध था। वे गतिरोध के संबंध में संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
 
जनरल नरवणे ने कहा कि ऐसी सभी घटनाओं के हल के लिए पहले से ही स्थापित तंत्र हैं जिनमें जहां दोनों ओर से स्थानीय अधिकारी परस्पर स्थापित प्रोटोकॉल और वुहान तथा मामल्लापुरम बैठकों के बाद प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए रणनीतिक दिशा-निर्देशों के अनुसार मुद्दों का समाधान किया जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक हमेशा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखते हैं।
 
उन्होंने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारी उत्तरी सीमाओं पर बुनियादी क्षमताओं का विकास पटरी पर है। कोविड-19 महामारी के कारण हमारे बलों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा।
 
समझा जाता है कि हिंसक झड़प के नौ दिन बाद भी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे पर नजर रख रहे हैं। (भाषा)
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