Pahalgam Attack : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला, 27 की मौत, आतंकियों ने नाम पूछकर मारी गोली
गैर सरकारी समाचारों के अनुसार हमले में 27 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे, जिनमें से अधिकतर गैर-स्थानीय थे। मृतकों में एक की पहचान शैलिंदर कल्पिया के तौर पर हुई है।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरन में पर्यटकों पर हुए घातक आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। आज सुबह हुए इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, जिसके बाद अधिकारियों ने स्थिति को संभालने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। प्राप्त होने वाले गैर सरकारी समाचारों के अनुसार हमले में 27 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे, जिनमें से अधिकतर गैर-स्थानीय थे। मृतकों में एक की पहचान शैलिंदर कल्पिया के तौर पर हुई है जबकि हमले में घायल हुए 20 के करीब अन्य लोग गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के हैं। हालांकि मृतक संख्या की आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
नाम पूछकर मारी गोली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों ने न्यूज चैनल को बताया कि आतंकवादियों के एक गुट ने सैर-सपाटा के दौरान मैगी खा रहे सैलानियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। आतंकवादियों ने टूरिस्ट का नाम पूछकर अपनी हैवानियत दिखाई। घायलों और मौके पर मौजूद लोगों ने कैमरे पर बताया है कि आतंकवादियों ने पहले सैलानियों से उनका नाम पूछा और हिन्दू नाम सुनने के बाद गोली मार दी।
अमित शाह पहुंचेंगे
फिलहाल सरकारी तौर पर मृतकों की संख्या और पहचान की पुष्टि होना बाकी है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह क्षेत्र में प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपायों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने के लिए श्रीनगर पहुंच गए हैं। शाह स्थिति की समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय चर्चा करेंगे कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।
पीएम ने बताया कायराना हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए इसे 'निर्दोष नागरिकों पर कायरतापूर्ण हमला' बताया। उन्होंने गृह मंत्री को घटना से निपटने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मोदी ने न्याय की आवश्यकता और क्षेत्र में सार्वजनिक सुरक्षा की बहाली पर भी जोर दिया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा दुख व्यक्त किया, पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा, “निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना एक अक्षम्य अपराध है। हम सुनिश्चित करेंगे कि जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिले।”
इस त्रासदी के जवाब में, सुरक्षा बलों ने आसपास के वन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है, जिसमें उच्च-स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी पहले से ही मौके पर मौजूद हैं। इस हमले की व्यापक निंदा हुई है और इसने कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर भी असर डाला है, जहां हाल ही में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई थी। Edited by: Sudhir Sharma