• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By भाषा

सेना को मिले जवाबी कार्रवाई की छूट :भाजपा

भारत
PTI
नई दिल्ली। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी फौज द्वारा भारत के पांच जवानों को मौत के घाट उतारने को लेकर रक्षा मंत्री एके एंटनी के बयान पर कड़ा ऐतराज व्यक्त करते हुए भाजपा ने कहा कि आतंक और वार्ता साथ साथ नहीं चल सकते। सरकार सेना को जवाबी कार्रवाई करने की पूरी छूट देनी चाहिए ताकि पाकिस्तान को सबक मिल सके।

भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने संसद परिसर में पार्टी की ब्रीफिंग में कहा कि हम एंटनी के उस बयान पर गहरा ऐतराज व्यक्त करते हैं कि पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया है।

उन्होंने कहा यहां बैठे-बैठे कैसे देख लिया कि वे आतंकवादी थे। आपकी (रक्षा मंत्री) बड़ी पैनी नजर है। हम रक्षा मंत्री की इस शब्दावली पर गहरा ऐतराज व्यक्त करते हैं। अभी भी भारत सरकार पाकिस्तान को बचाने का प्रयास क्यों कर रही है। यह अत्यंत निंदनीय है।’

भाजपा नेता ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले छह महीने में 57 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया और संघर्ष विराम के उल्लंघन में 80 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। ‘भारत सरकार इस विषय पर पाकिस्तान से दो टूक बात करे कि संघर्ष विराम है या नहीं।

उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में अगर भारत सरकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से न्यूयॉर्क में बात करने की योजना बना रही है, तब उसे इस विचार को त्याग देना चाहिए।

सिन्हा ने कहा कि जब नवाज शरीफ प्रधानमंत्री चुने गए तब हमें संतोष हुआ कि पहली बार शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक सरकार बनी लेकिन इन घटनाओं ने सब पर पानी फेर दिया है।

भाजपा नेता ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि आज संसद से एकजुट होकर जिस तरह की आवाज निकलनी चाहिए थी, वह सत्तारूढ पार्टी के व्यवहार के कारण नहीं सामने आई। सिन्हा ने सवाल किया कि सरकार सेना को जवाबी कार्रवाई की छूट क्यों नहीं दे रही है जबकि सेना पूरी तरह से सक्षम है।

भाजपा नेता ने कहा कि भारत की फौज को आदेश दिया जाए कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दे लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं और रक्षा मंत्री घिसा पिटा बयान दे रहे हैं।

सिन्हा ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी फौज द्वारा भारत के पांच जवानों को मौत के घाट उतारने की बहुत विचलित कर देने वाली खबर आयी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले जनवरी में भी नियंत्रण रेखा में घुसकर पाकिस्तानी सेना ने हमारी फौज के दो जवानों की हत्या कर दी थी और उसमें से एक जवान का सिर तक काट कर ले गए थे।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना लगातार आक्रामक रवैया अपनाए हुए है और नियंत्रण रेखा से आतंकवादियों की घुसपैठ भी करा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दुखद स्थिति यह है कि हमारी सेना को बिलकुल असहाय कर दिया गया है जबकि हमारी फौज, देश और संसद तीनों में पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की ताकत है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सीमा पर हमले से यह साबित होता है कि देश में कमजोर सरकार है। (भाषा/वेबदुनिया)