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Written By भाषा

नेल्सन मंडेला के निधन पर भारत ने दुख जताया

नेल्सन मंडेला के निधन पर भारत ने दुख जताया -
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नई दिल्ली। वैश्विक रंगभेद विरोधी नायक नेल्सन मंडेला के निधन पर शुक्रवार को भारत ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक ‘अजीम शख्सियत’ और ‘भारत के एक महान मित्र’ थे जिनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

अपने शोक संदेश में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति मंडेला एक राजनेता, विश्व नेता और मानवता के लिए प्रेरणा के प्रतीक थे। वे भारत के एक महान मित्र थे और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने में दिया गया उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।

प्रणब ने कहा कि दोनों देशों के बीच की मित्रता में दिए गए मंडेला के योगदान के सम्मान में उन्हें भारतरत्न से नवाजा गया था। उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों और सरकार के साथ-साथ अपनी ओर से दिवंगत राष्ट्रपति मंडेला के परिवार के सदस्यों और दक्षिण अफ्रीकी सरकार और लोगों के प्रति तहेदिल से संवेदना व्यक्त करता हूं।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मंडेला को ‘अपने समय की एक अजीम शख्सियत’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने सर्वश्रेष्ठ मानव मूल्यों और भावना का प्रतिनिधित्व किया।

उन्होंने कहा कि उनके साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान ने रंगभेद विरोधी आंदोलन के दौरान लाखों लोगों को प्रेरित किया, वहीं इसके बाद शांति, क्षमा और सुलह के उनके संदेश ने उन्हें एकजुट किया और इस संतरगी देश को शांति एवं विकास के पथ पर अग्रसर किया।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि उनके निधन के साथ दक्षिण अफ्रीका ने अपना राष्ट्रपति और देश ने एक राजनेता खो दिया जिनका जीवन और साहस एवं भलाई का संदेश आने वाले वर्षों में दुनियाभर में हम सभी का मार्गदर्शन और उन्हें प्रेरित करता रहेगा।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी मंडेला के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एक अजीम शख्सियत का निधन हो गया। यह दक्षिण अफ्रीका की तरह भारत के लिए भी उतनी ही बड़ी क्षति है। वे एक सच्चे गांधीवादी थे। उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए आंतरिक प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे लोगों में मैं भी शामिल हूं।

देश में रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने और जेल से रिहा होने के बाद जुल्म ढाने वाले श्वेतों को क्षमा करने के कारण दक्षिण अफ्रीका के पहले निर्वाचित अश्वेत राष्ट्रपति मंडेला का दुनियाभर में बहुत सम्मान है।

मंडेला का जोहानसबर्ग में हाबटन के उपनगरीय इलाके में स्थित अपने आवास पर शुक्रवार तड़के निधन हो गया। वे 95 वर्ष के थे। (भाषा)