Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) ,
शुक्रवार, 10 अगस्त 2007 (18:26 IST)
गोवा में लोकतंत्र की हत्या हुई-राजग
राजग नेताओं ने आरोप लगाया है कि गोवा विधानसभा के अध्यक्ष प्रतापसिंह राणे ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों को विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पर रोक लगाकर लोकतंत्र की हत्या की है।
गोवा लोकतांत्रिक गठबंधन (जीडीए) के प्रमुख और निर्दलीय विधायक अनिल सालगाँवकर तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पार्रीकर के नेतृत्व में सभी 21 विधायकों ने कामत सरकार की बर्खास्तगी की माँग की। पार्रीकर के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन की माँग को लेकर इन सभी विधायकों ने शुक्रवार को यहाँ संसद भवन के निकट जंतर-मंतर पर धरना और प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष राणे ने एमजीपी के विधायकों को सदन की कार्यवाही में भाग लेने से रोक कर अध्यक्ष पद की गरिमा के खिलाफ काम किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से संविधान की रक्षा करने की उम्मीद करती है।
गोवा विधानसभा के ताजा घटनाक्रम के संदर्भ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथसिंह ने संप्रग सरकार पर तानाशाह होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब-जब मौका मिला तब-तब कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की है।
इस धरना और प्रदर्शन में अन्य नेताओं के अलावा जदयू अध्यक्ष शरद यादव, शिवसेना के मनोहर जोशी, बीजू जनता दल के बीजे पांडा तथा भाजपा के गोवा प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी शामिल थे।