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Written By भाषा
Last Modified: चेन्नई , सोमवार, 10 फ़रवरी 2014 (11:01 IST)

एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल पर क्या बोले नरेन्द्र मोदी...

एप्पल
FILE
चेन्नई। छात्रों को एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियां भारत में स्थापित करने के लिए प्रेरित करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरा ध्यान शिक्षा प्रदान करने और कौशल विकास पर होना चाहिए।

मोदी ने रविवार को कहा, ‘भारत को नवोन्मेषी बनाने के लिए आपसे जो बन पड़े वह करें और प्रतिस्पर्धी बनें। हाल ही में सत्या नडेला माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने हैं। आप में से ज्यादातर को नडेला के जैसी ऊंचाइयों को छूने का सपना देखना चाहिए।’ भाजपा नेता ने स्थानीय एसआरएम यूनिवर्सिटी के नौवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए ए बातें कही।

मोदी ने कहा, ‘मेरी सलाह है कि आप यहां उसी तरह के उद्यम स्थापित करें। यहां माइक्रोसॉफ्ट बनाइए। एप्पल स्थापित करिए। भारत में गूगल बनाइए और फिर से उसे अपनाकर उसका प्रबंधन कीजिए।’

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 65 साल बाद भी हमने शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया है। एक राष्ट्र के तौर पर हमें न सिर्फ व्यक्तिगत एवं आर्थिक प्रगति पर ध्यान देना चाहिए बल्कि राष्ट्र-निर्माण पर भी देना चाहिए।’

मोदी ने कहा कि भारत की 65 फीसदी आबादी 35 साल से कम उम्र की है। शिक्षा और राष्ट्र निर्माण के बीच ज्ञान को सबसे बड़ा पुल करार देते हुए मोदी ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि शीर्ष वैश्विक रैंकिंग में भारत की किसी यूनिवर्सिटी को जगह नहीं मिल सका। ‘हम कहां पिछड़ रहे हैं, इसकी पहचान करनी होगी और उस पर काम करना होगा।’

ज्ञान को गरीबी से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार बताते हुए मोदी ने कहा कि कोई कारण नहीं है कि भारत विकसित देशों की फेहरिस्त में पीछे रहे। मोदी ने कहा, ‘हमारे पास बेहतरीन दिमाग वाले लोग हैं। हमारे यहां बड़ी तादाद में दार्शनिक हैं। ऐसे में यहां चंद एसआरएम ही क्यूं होने चाहिए?’

निजी उद्यम को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभाने के लिए उत्सुक बताते हुए मोदी ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि हमें उन्हें खुली छूट देनी चाहिए।’ मोदी ने कहा, ‘इसलिए मैंने हाल में कहा कि आईआईटी और आईआईएम देश के हर राज्य में होने चाहिए।’

कौशल विकास को समय की मांग करार देते हुए मोदी ने कहा, ‘कौशल नहीं होगा तो रोजगार भी नहीं होगा।’ मोदी ने बाद में एसआरएम यूनिवर्सिटी के करीब 10,290 छात्रों को सर्टिफिकेट एवं डिग्रियां प्रदान की। (भाषा)