शुक्रवार, 29 नवंबर 2024
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March : मार्च के महीने में देश की इन 5 जगहों पर घूमने जाने का करें प्लान

March : मार्च के महीने में देश की इन 5 जगहों पर घूमने जाने का करें प्लान - Special places to visit in the month of March
मार्च का माह बड़ा सुहाना रहता है। न ठंड रहती है और न गर्मी। बारिश भी नहीं रहती है और मौसम मन को सुकून देने वाला रहता है। ऐसे में यदि आप मार्ग के माह में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हमारी बताई 10 जगहों पर जरूर जाएं। इस मौसम में गर्मी के साथ ही ठंड का अहसा भी होता है और मौसम खुशनुमा रहता है।
 
1. गोवा : किसी भी समुद्र के किनारे घूमना मार्च माह में बहुत ही सुहाना और रोमांचक है। इसके लिए आप गोवा, मुंबई, पांडिचेरी, जगन्नाथ, द्वारिका, कोवलम, कन्याकुमारी, रामेश्वरम, लक्ष्यद्वीप, दमण और दीव, अंडमान और‍ निकोबार या फिर मांदरमोनी और दीघा में जा सकते हैं। हालांकि आप मुंबई होते हुए गोवा जाएं जो कि सबसे शानदार है। मार्च के दौरान यहां पर आपका वॉटर एक्टिविटी मिलेगी।
 
2. शिमला : भारत के अधिकतर पर्यटक हिमाचल घुमने जाते हैं। हिमाचल में शिमला और मनाली सबसे प्रसिद्ध स्थल है। यहां घाटी और चारों ओर हिमालय पर्वत की चोटियों का सुंदर दृश्‍य दिखाई देता है। शिमला से मनाली लगभग 275 किलोमीटर दूर है। चारों ओर से पहाड़ों से घिरे मनाली को देखकर रोमांच और रोमांस का अनुभव होता है।
 
3. पचमढ़ी : मध्यप्रदेश में अमरकंटक के पास ही होशंगाबाद जिले में पचमड़ी बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, झील, झरने, गुफाएं, जंगल सभी कुछ हैं यहां पर। झरनों के लिए आप मध्यप्रदेश के पचमड़ी में जाएं। हालांकि झरनों का शहर रांची को माना जाता है। भारत में भेड़ाघाट धुआधार (मध्यप्रदेश), कुंचिकल जल प्रपात (कर्नाटक), बरिपनी जल प्रपात (ओडिशा), नोहलिकैय जल प्रपात (मेघालय), नॉस्न्जितिंग जल प्रपात (मेघालय), क्यन्रएं जल प्रपात (मेघालय), दूधसागर झरना (गोवा– कर्नाटक), मीनमुतटी झरना (केरल), चित्रकूट झरना (छत्तीसगढ़) आदि कई जगहों पर शारदार झरनें हैं परंतु पचमढ़ी में आपको बहुत सारे झरने देखने को मिलेगें।
Lonavala hill station
4. लोनावाला : महाराष्ट्र में मुंबई से करीब 96 किलोमीटर और खंडाला से लगभग 5 कीलोमीटर दूर स्थित है लोनावला (लोणावळा) हिल स्टेशन। पूणे से मात्र 2 घंटे का रास्ता है। इसे झीलों का जिला कहते हैं। मुंबई और पूना वासियों के लिए यह उनका फेवरिट डेस्टिनेशन है। इस हिल स्टेशन क्षेत्र में लोनावला झील, तिगौती झील, मानसून झील और वाल्वन झील प्रमुख हैं, जिन्हें देखना बहुत ही अद्भुत है। खासकर वाल्वन झील पर बना वाल्वन बांध एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है। लोनावला को सह्याद्रि पर्वत मालाओं की मणि और मुंबई-पुणे का प्रवेश द्वार भी कहते हैं।
 
5. मसूरी : मसूरी हिल स्टेशन उत्तराखंड राज्य का पर्वतीय नगर है। यह देहरादून से 35 किलोमीटर और दिल्ली-एनसीआर से लगभग 250 किलोमीटर दूर है। इसे पहाड़ों की रानी कहा जाता है जो गंगोत्री का प्रवेश द्वार भी है। मसूरी के एक ओर से गंगा नजर आती है तो दूसरी ओर से यमुना नदी।  यहां पर दुर्लभ वनस्पतियां और जीव जंतु पाए जाते हैं। यहां के ऊंचे ऊंचे पहाड़ और हरी भरी छटा देखते ही बनती है। पतली घुमावदार सड़कें, हरे-भरे पेड़, दूर तक नजर आती ऊंची-नीची पहाड़ियां, एक ओर दूर नजर आते बर्फ से ढंके सफेद पहाड़, दूसरी ओर पहाड़ों की गोद में बने छोटे-छोटे घर यानी देहरादून शहर। यहां आकर कोई भी रोमांचित हो सकता है। हनीमून मनाने के लिए यह आदर्श स्थान है।
 
5. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान : यदि आप जंगल घूमने का शौक रखते हैं तो भारत में कई भयानक जंगल है। राजस्थान में रणथम्भौर और सारिस्का के जंगल, गुजरात में गिरनार, बंगाल में सुंदरबन, असम में कांजीरंगा आदि सैंकड़ों जंगल है लेकिन हम आपको सलाह देंगे मध्यप्रदेश के कान्हा किससी वन में जाने के लिए। एशिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वों में से एक है कान्हा राष्ट्रीय उद्यान। यहां काला हिरण, बारहसिंगा, सांभर और चीतलों को एकसाथ देखा जा सकता है। इसके अलावा यहां बाघ, तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, जंगली सूअर, गौर, भैंसे, सियार आदि हजारों पशु और पक्षियों का झुंड है। मंडला और जबलपुर शहर से सड़क मार्ग द्वारा 'कान्हा राष्ट्रीय उद्यान' तक पहुंचा जा सकता है।