मंगल यदि जन्म कुंडली के प्रथम भाव में है तो क्या करें और जानिए भविष्य
First house in mars: मंगल मकर में उच्च का कर्क में नीच का होता है। यदि आपके प्रथम भाव में मंगल है तो यह कुंडली मांगलिक मानी जाएगी। मांगलिक दोष है तो उसका मंगलदेव ग्रह मंदिर, अमलनेर में बहुत ही अच्छे तरीके से अभिषेक होता है। महाराष्ट्र के जलगांव के पास अमलनेर है। लाल किताब के अनुसार मंगल नेक और मंगल बद होता है। चौथे में नीच और दसवें में उच्च का मंगल होता है।
प्रथम भाव में मंगल का स्वभाव | Pratham Lagna me mangal ka fal : प्रथम यानी लग्न में मंगल है तो जातक मैदान में जंग करने वाले शेर की तरह होगा। पहले घर में मंगल होने का मतलब 28 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक हालात अच्छी रहती है। शारीरिक तौर पर मजबूत ऐसे व्यक्ति को शनि संबंधी कार्य में लाभ मिलता है। मंगल के कार्य भी कर सकता है।
प्रथम भाव में मंगल है तो क्या करें | What to do if there is Mars in the first house :
1. मंगलदेव और हनुमानजी की आराधना करें।
2. मंगलवार का उपवास करें।
3. मंगलवार को मंगल देव को गुड़, मिश्री और मसूर की दाल अर्पित करें।
4. मंगल खराब की स्थिति में सफेद रंग का सुरमा आंखों में डालना चाहिए।
5. शरीर पर सोना धारण करना चाहिए।
6. क्रोध न करें और भाइयों से अच्छे संबंध रखें।
7. बुरी जगहों, समय और बुरी संगत से बचें।
8. कभी भी मुफ्त की चीजें न लें।
9. हाथी दांत की बनी वस्तुएं घर में या अपने पास न रखें।
10. ससुराल से कुत्ता नहीं लेना चाहिए।
भविष्यफल लग्न में मंगल का फल | Lagna me mangal ka fal: यदि नेक बनकर रहे और मंगल दोष का निवारण करेंगे तो जीवन में किसी बड़े पद पर रहकर संपूर्ण जीवन सुख, शांति और समृद्धि के साथ यापन करेंगे। विवाह 28 के बाद करने से मंगल का अच्छा फल मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। नौकरी और व्यापार में सफलता अर्जित करेंगे।