लोकसभा अध्यक्ष और रेलमंत्री ने 'इंदौर-गुवाहाटी एक्सप्रेस' को दिखाई हरी झंडी
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को असम की राजधानी गुवाहाटी से जोड़ने वाली इंदौर-गुवाहाटी एक्सप्रेस को शुक्रवार को बड़े जोरशोर से पहले सफर पर रवाना किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष और स्थानीय सांसद सुमित्रा महाजन स्थानीय रेलवे स्टेशन पर इस साप्ताहिक यात्री गाड़ी के शुभारंभ समारोह में खास मेहमान के रूप में शामिल हुईं। रेलमंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने गोवा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
इंदौर से यह ट्रेन नियमित तौर पर 13 जुलाई से हर बृहस्पतिवार दोपहर दो बजे गुवाहाटी के लिए रवाना होगी। इसी प्रकार यह गाड़ी गुवाहाटी से 16 जुलाई से प्रत्येक रविवार सुबह 5.15 बजे इंदौर के लिए रवाना होगी।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शुभारंभ समारोह में कहा कि इंदौर-गुवाहाटी एक्सप्रेस मध्यप्रदेश को 4 राज्यों (उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम) से जोड़ेगी। मध्यप्रदेश में बड़ी संख्या में रह रहे उत्तरप्रदेश और बिहार के मूल निवासियों को इस नई गाड़ी का खास फायदा मिलेगा।
सुमित्रा ने रेलमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि वह रेलवे के समग्र विकास को केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने यात्रियों की सुविधा की दृष्टि से इंदौर-अजमेर समर स्पेशल ट्रेन को नियमित करने और इंदौर-पटना एक्सप्रेस को सप्ताह में दो दिन के स्थान पर 3 दिन चलाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि इंदौर से सटे और आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित राउ कस्बे को भविष्य के प्रमुख रेलवे जंक्शन के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को जल्द शुरू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और रेलमंत्री इस सिलसिले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जल्द मुलाकात कर सकते हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह में शामिल प्रभु ने कहा कि इंदौर देश के हृदय में स्थित मध्यप्रदेश का प्रमुख शहर है और इस ऐतिहासिक नगर को रेल नेटवर्क के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों से लगातार जोड़ा जा रहा है।
रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में रीवा-इंदौर एक्सप्रेस ट्रेन को नजदीकी कस्बे महू (डॉ. अम्बेडकर नगर) तक बढ़ाकर इसके पहले विस्तारित सफर पर रवाना किया गया। महू, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जन्मस्थली और भारतीय थलसेना का प्रमुख ठिकाना है।
इस कार्यक्रम में इंदौर-महू रेल खंड के विद्युतीकरण की परियोजना का औपचारिक लोकार्पण भी किया गया। पश्चिम रेलवे को करीब 21 किलोमीटर लंबे रेल खंड के विद्युतीकरण में 29.24 करोड़ रुपए की लागत आई।