MP में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी, प्रमुख सचिव से लेकर कई जिलों के बदले जाएंगे कलेक्टर और एसपी
भोपाल। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब मध्यप्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रशासन में कसावट लाने और सरकार की योजनाओं को जमीन पर पहुंचाने के लिए अब प्रदेश में जल्द बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने जा रहे है। ऐसे में जब जुलाई के पहले सप्ताह से विधानसभा का मानसून सत्र शुरु हो रहा है और मोहन यादव सरकार सत्र में अपना पहला पूर्ण बजट पेश करेगी, उससे पहले मंत्रालय से लेकर कई जिलों के कलेक्टर, एसपी के तबादले किए जाने की तैयारी है।
डॉ. राजेश राजौरा बने सकते है मुख्य सचिव-1990 बैच के सीनियर आईएएस अफसर डॉ. राजेश राजौर प्रदेश के नए मुख्य सचिव बन सकते है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के तौर पर डॉ. राजेश राजौरा की नियुक्ति के बाद ये लगभग तय माना जा रहा है कि वह प्रदेश के अगले मुख्य सतिव होंगे। डॉ. राजेश राजौरा गृह विभाग के प्रमुख सचिव के साथ नर्मदा घाटी विकास विभाग और जल संसाधन विभाग के उपाध्यक्ष का प्रभार भी देख चुके है। गौरतलब है वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा का कार्यकाल खत्म हो चुका है और लोकसभा चुनाव के चलते उन्हें 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था, जो सितंबर में पूरा हो रहा है। इसके साथ डॉ. राजेश राजौरा के साथ सीनियर IAS अफसर और 1989 बैच के अफसर अनुराग जैन और आशीष उपाध्याय भी मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल है।
मंत्रालय से लेकर मैदानी अमले में होगा बदलाव- लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव लगातार विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक कर सरकार की योजनाओं को लेकर फीडबैक ले रहे हैं। विभागों की समीक्षा बैठक के आधार पर अब मंत्रालय से लेकर मैदानी स्तर तक के अधिकारियों के बदले जाने की तैयारी है। मंत्रालय के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों द्वारा अधिकारियों की मेरिट लिस्ट भी तैयार कर ली गई है और अब इस हफ्ते कभी भी बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले किए जा सकते है। इसमें कई जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक के साथ कमिश्नर स्तर के अधिकारियों के तबादले किए जा सकते है। वहीं मंत्रालय के सूत्र बताते है कि लोकसभा चुनाव के दौरान अफसरों की भूमिका और कामकाज के तरीकों को लेकर मिले फीडबैक के आधार पर भी अफसरों के तबादले किए जाएंगे।