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Last Updated : शनिवार, 18 जनवरी 2025 (13:50 IST)

भ्रष्ट RTO के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने सरकार से मांगी सुरक्षा, दावा ब्यूरोक्रेट और पॉलिटिकल लोगों का पूरा पैसा

भ्रष्ट RTO के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने सरकार से मांगी सुरक्षा, दावा ब्यूरोक्रेट और पॉलिटिकल लोगों का पूरा पैसा - Former constable of corrupt RTO Saurabh Sharma sought protection from the government
भोपाल। लोकायुक्त, आयकर और ईडी समेत अन्य जांच एजेंसियों की कार्रवाई में करोड़ों की काली कमाई के आसामी निकले आरटीओ के पूर्व कॉस्टेबल सौरभ शर्मा ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है। सौरभ शर्मा के वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने कहा की सौरभ शर्मा ने सरकार से सुरक्षा की मांग की  है। उन्होंने कहा कि सरकार और न्यायालय की पहली प्राथमिकता बनती है कि देश के हर नागरिक को उसकी जान की सुरक्षा प्रदान की जाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सौरभ शर्मा की जान की सुरक्षा की गारंटी दी जाती है तो सौरभ शर्मा जांच एजेंसियों के सामने हाजिर कर सारी चीजों को स्पष्ट करेगा।
सौरभ शर्मा के वकील ने कहा कि जो भी लोग इस मामले में इन्वॉल्व है उससे सौरभ शर्मा की जान को खतरा है। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा ने सरकार औऱ जांच एजेंसियों से सुरक्षा की मांग की है, जो लोग इसमें मुख्य रूप से सम्मिलित है और जिनका यह रूपया पैसा है, उससे सौरभ की जान को खतरा है और सौरभ की जान की सुरक्षा होनी चाहिए।
इसके साथ सौरभ शर्मा के वकील सूर्यकांत बुझाड़े ने कहा कि इस पूरे मामले में राजनीतिक लोगों का पूरा भ्रष्टाचार है। सौरभ वहां पर सिर्फ सात साल से था, लेकिन जितनी अकूत राशि और सोना पकड़ा गया है वह सिर्फ सात साल का नहीं है, यह काफी पुराना है। यह बड़ा सिंडिकेट है। सौरभ ने सिर्फ सात साल से नौकरी की है और यह अपराध उसके द्वारा किया गया नहीं हो सकता है। एक सौरभ शर्मा जो एक कॉस्टेबल था, नाकों पर इतनी बड़ी वसूली करना संभव नहीं है। इसमें जो पुराने ब्यूरोक्रेट और पॉलिटिक्ल लोग है वह शामिल है। सौरभ शर्मा पर पूरा मामला सिर्फ डाल दिया गया है। यह पूरा मामला एक सोची समझी साजिश है और जब बड़े लोग फंसने लगे तो उन्होंने सौरभ शर्मा को आसानी से टारगेट कर लिया है। वहीं उन्होंने इस पूरे मामले में लोकायुक्त को एक प्रेस नोट जारी करके उनको सुरक्षा देने की बात कहें और सारे तथ्यों को सामने रखा। उन्होंने कहा कि वह राज्य सरकार से निवेदन कर रहे है कि सौरभ शर्मा की सुरक्षा की गारंटी लें।

सौरभ शर्मा के करीबियों पर ईडी का शिकंजा- वहीं आरटीओ के पूर्व कॉस्टेबल सौरभ शर्मा के करीबियों पर ईडी ने  अपना शिकंजा कस दिया है। ईडी ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल और ग्वालियर में छापा मारा। ईडी की टीम ने भोपाल में इंद्रपुरी स्थित नवोदय हॉस्पिटल समेत 4 ठिकाने और ग्वालियर में मुरार स्थित सीपी कॉलोनी समेत 4 जगहों पर छापे मार कर अस्पताल संचालकों से पूछताछ की। ईडी की टीम भोपाल में नवोदय कैंसर अस्पताल के संचालकों से निवेश के संबंध में पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि ईडी की टीम को अस्पताल में सौरभ शर्मा के करीबी और दूसरे अन्य लोगों के बड़े पैमाने पर निवेश की जानकारी मिली थी।

ग्वालियर में ईडी की टीम ने सौरभ शर्मा के करीबी पंजीयन विभाग के रिटायर सब रजिस्ट्रार केके आरोरा के मुरार स्थित सीपी कॉलोनी पर छापा मारा है। केके आरोरा के सौरभ शर्मा के बिजनेस पार्टनर विनय हासवानी के साथ साझादारी थी। भोपाल के मेंडोरी स्थित विनय हासवानी के फार्म हाउस से ही 54 किलो सोना और 11 करोड़ कैश से लदी कार मिली थी। छापे की कार्रवाई के दौरान केके आरोरा अपने घर पर नहीं मिले। बताया जा रहा है वह अपने बेटे के पास बंगलुरु में है। बताया गया कि ईडी की टीम सुबह लगभग 5 बजे अरोरा के ग्वालियर स्थित सीपी कॉलोनी मुरार स्थित घर पहुंची. वहां अरोरा नहीं मिले, लेकिन वहां से कई दस्तावेज मिले हैं. फिलहाल ईडी के अफसर अरोरा के घर से मिले दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
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