विजयपुर में वोटिंग से पहले आदिवासियों पर फायरिंग, कांग्रेस का आरोप, पुलिस भाजपा के इशारे पर कर रही काम
भोपाल। विजयपुर उपचुनाव में वोटिंग से ठीक पहले बड़ा विवाद हो गया है। सोमवार को चुनाव प्रचार थमने के बाद विजयपुर में आदिवासी वोटरों को फायरिंग करने और वोट करने से रोकने की धमकी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोमवार देर रात विजयपुर के ढोढर थाना क्षेत्र के धनाचया गांव में बाइक सवार 9 बदमाशों ने आदिवासियों को धमकाते हुए फायरिंग कर दी। बदमाशों की फायरिंग में दो आदिवासी घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बदमाशों की फायरिंग में घायल हुए प्रकाश और हरविलास ने बताया कि देर रात गांव में बाइक सवार बदमाश पहुंचे और उन्होंने गांव वालों से वोटर पर्ची मांगना शुरु किया जब गांव वालों ने वोटर पर्ची देने से मना किया तो उन्होंने गाली गलौज कर फायरिंगं शुरु कर दी। वहीं फायरिंग कर भाग रहे एक बदमाशों में से एक बदमाश को ग्रामीणों ने घेरकर पकड़ लिया और पकड़े गए बदमाश के पास से एक बंदूक भी बरामद हुए है।
वहीं विजयपुर में वोटिंग से पहले आदिवासियों पर फायरिंग को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर अराजकता गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग से पहले आदिवासियों पर फ़ायरिंग की घटना अत्यंत चिंताजनक है। इस घटना में आदिवासी समुदाय के कई लोग घायल हो गए।इस घटना से स्पष्ट होता है कि विधानसभा उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी क्षेत्र का माहौल ख़राब करना चाहती है और मतदाताओं को डराना चाहती है।
कमलनाथ ने आगे लिखा कि वोटिंग से ठीक पहले इस तरह की वारदात क़ानून व्यवस्था और चुनाव के इंतज़ाम पर भी बेहद गंभीर सवाल खड़े करती है। इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी ख़रीद फरोख्त की राजनीति से बाज़ नहीं आ रही। वह विधायक तो ख़रीद सकती है लेकिन जनता को नहीं ख़रीद सकती, इसलिए मतदाताओं के ऊपर गोलियां चलायी जा रही हैं। मैं माननीय निर्वाचन आयोग से अपील करता हूँ कि उस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले और विजयपुर विधानसभा में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराएं।
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि विजयपुर में आदिवासी मतदाताओं पर गोली चलाने वाला डकैत बंटी रावत है, जो राजस्थान के करौली का रहने वाला है। राजस्थान के गुंडे बंटी रावत के खिलाफ 15 जघन्य धाराओं में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद, पुलिस द्वारा आरोपी को संरक्षण दिया जाना स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि विजयपुर पुलिस भाजपा प्रत्याशी के इशारे पर काम कर रही है।
भाजपा अब राजस्थान से गुंडे इम्पोर्ट कर मध्य प्रदेश की आम जनता पर गोलियां चलवा रही है। यह गुंडा 12 साल से डकैती कर रहा है, हिस्ट्रीशीटर है, जिस पर अनगिनत मुकदमे दर्ज हैं और जो कई बार जेल जा चुका है। इसके बावजूद विजयपुर की पुलिस आरोपी का नाम छुपा रही है! अगर यह भाजपा और प्रशासन की मिलीभगत नहीं है, तो और क्या है?चुनाव में हार का डर सताने पर भाजपा अब राजस्थान के डकैतों का सहारा लेकर मध्य प्रदेश के मतदाताओं को डरा-धमका रही है। चुनाव आयोग से अपील है कि तुरंत हस्तक्षेप कर विजयपुर में लोकतंत्र की हत्या को रोके और भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित करे।