CM शिवराज ने मंत्रियों को ट्रांसफर, पोस्टिंग वाले दलालों से किया सावधान! हर मंत्री के साथ अब करेंगे चाय पर चर्चा
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज मंगलवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ 8 घंटे से अधिक मंथन किया। राजधानी के बाहरी इलाके कोलार के एक गेस्ट हाउस में हुई इस विशेष शिवराज कैबिनेट की बैठक में आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर मप्र के लिए सरकार के हर विभाग को आत्मनिर्भर बनाने पर मंथन हुआ। बैठक में सभी मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों का प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में प्रदेश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने और सुशासन व मितव्ययिता पर फोकस करने का निर्णय लिया गया।
10 मंत्री समूह बनाने का निर्णय- बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सरकार के काम में तेजी लाने के लिए 10 मंत्री समूह बनाने का फैसला किया। इन समूह के जरिए जनता को हितकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा, साथ ही प्रदेश को आगे ले जाने में इनकी अहम भूमिका होगी। ये समूह विषय विशेषज्ञों की मदद से संबंधित विभागों की जनहितकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे। मंत्रियों के समूह की बैठक हर माह होगी और हर 3 महीने में कैबिनेट की बैठक में उनकी उपलब्धियों की समीक्षा की जाएगी। वहीं अब अगले हफ्ते से कैबिनेट की बैठक वर्चुअल न होकर भोपाल में मंत्रालय में होगी। बैठक के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आज मंगलवार की तरह मंत्रियों की बैठक हर 3 महीने में होगी।
सीएम करेंगे चाय पर चर्चा- बैठक में मंत्रियों के विभागों के प्रजेटेंशन से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मंत्री के साथ अलग-अलग दिन उसके विभाग पर चर्चा करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि अब वे जिस दिन भोपाल में रहेंगे, उस दिन एक मंत्री के साथ सुबह चाय पर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे पूरी मेहनत और परिश्रम से काम करें लेकिन अपने परिवार को भी समय दें।
दलालों से सावधान रहें मंत्री- बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को ट्रांसफर, पोस्टिंग से जुड़े दलालों से सावधान रहने को कहा। दिनभर चली बैठक की समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि कई बार ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए दलाल सक्रिय हो जाते हैं और हमें इनसे बचना है। ये ऐसे दलाल होते हैं, जो आपके साथ बैठते हैं और बाहर निकलकर कहते हैं कि 'बात हो गई, काम हो जाएगा'। ये बस इस इंतजार में रहते हैं कि कब आपके पास कोई जगह खाली हो और चिकनी-चुपड़ी बातें कर अपनी नियुक्ति करा लें। इनसे से सावधान रहिए।