कोरोना का साया : पेंच टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत के बाद हड़कंप, डॉक्टर समेत 14 कर्मचारी क्वारंटाइन में
भोपाल। पिछले दिनों न्यूयॉर्क के ब्रॉन्कस चिड़ियाघर में बाघिन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब मध्यप्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से एक ऐसी खबर आई है कि जिससे हड़कंप मच गया है। पेंच टाइगर रिजर्व में 4 अप्रैल को बाघ टी-21 की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। बाघों पर मंडरा रहे कोरोना के खतरे के बीच बाघ की अचानक मौत के बाद पूरे वन अमले में हड़कंप मचा गया है।
पेंच टाइगर रिजर्व के कर्मझिरी वन परिक्षेत्र में तीन अप्रैल को वन अमले के गश्ती दल को एक जलाशय के पास टी -21 बाघ बेहोशी की हलात में मिला था और बाद में जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बताया जा रहा हैं कि टी-21 बाघ को बुखार के साथ उसके फेफड़ों में इन्फेक्शन भी था।
हलांकि ये अब तक साफ नहीं पाया है कि बाघ की मौत किन कारणों से हुई है लेकिन संदिग्ध हालत में मौत के बाद पेंच टाइगर प्रबंधन ने उसके इलाज, पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करने वाली टीम में शामिल पशु चिकित्सक सहित 14 वन्यकर्मियों को कवारेंटाइन कर दिया है। बाघ की मौत के बाद एहतियातन वनकर्मियों पर विशेष निगरानी रखने के साथ उनके स्वास्थ्य का परीक्षण भी कराया जा रहा है।
मृत बाघ में कोरोना के लक्षण थे या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। उधर नौरादेही अभयारण्य में वन्य प्राणियों की मॉनीटिरिंग बढ़ा दी गई है,अभयारण्य में मौजूद बाघों की विशेष निगरानी की जा रही है। इसके साथ देश के अन्य अभयारण्य में वन्य प्राणियों की मॉनीटिरिंग बढ़ा दी गई है।
न्यूयॉर्क के ब्रॉन्कस चिड़ियाघर में बाघिन के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी कर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है। प्राधिकरण ने जानवरों के सीसीटीवी की मदद से जानवरों पर 24 घंटे नजर रखने के निर्देश दिए है।