दो महिलाओं में महासंग्राम
-
अशोक गुप्ता धार जिले की कुक्षी विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। कांग्रेस की ओर से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जमुनादेवी छठी बार यहाँ से चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा की ओर से राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष रेलम चौहान के मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। दोनों दलों की प्रतिष्ठा दाँव पर है। यह संयोग ही है कि दोनों ही महिला नेताओं की पृष्ठभूमि एवं राजनीतिक क रियर की शुरुआत झाबुआ जिले से हुई लेकिन वर्तमान में इनकी कर्मभूमि कुक्षी है। इन दोनों के अलावा चुनाव मैदान में बसपा से अजय रावत, भाजश से देवीसिंह, आदिजन मुक्ति सेना से उमन सिंह बघेल एवं निर्दलीय अर्जुनसिंह भाग्य आजमा रहे हैं। लंबा राजनीतिक अनुभवजमुना देवी राजनीति में वर्ष 1952 से सक्रिय हैं और उनके पास दीर्घ राजनीतिक अनुभव हैं। वर्ष 1985 से उन्होंने कुक्षी को अपना कर्म क्षेत्र बनाया है तथा यह उनका इस क्षेत्र से छठा चुनाव है। उनके खाते में 4 जीत दर्ज हैं। उपमुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस पार्टी मे भी उच्च पदों पर वे आसीन रही हैं। उन्हें वर्ष 1990 में भाजपा नेता रंजना बघेल के सामने हार का सामना भी करना पड़ा है। दिलचस्प मुकाबलाभाजपा ने इस महत्वपूर्ण सीट पर रेलम चौहान को उतारकर चुनावी मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। रेलम चौहान के खाते में भी लंबा राजनीतिक अनुभव है। वे राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर भी रह चुकी हैं। एमए, एलएलबी तक शिक्षित सुश्री चौहान इस क्षेत्र की बेटी, स्वच्छ छवि व क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क के सहारे दमखम के साथ मैदान में हैं। बघेल के भतीजे लगाएँगे सेंधशेष 4 अन्य युवा प्रत्याशी इस क्षेत्र के ही हैं। इनमें से निर्दलीय प्रत्याशी अर्जुनसिंह बघेल कांगे्रस के वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं। वे पूर्व मंत्री प्रतापसिंह बघेल के भतीजे हैं। गाँव-गाँव घूम रहे हैंचुनाव में मतदान का समय जैसे-जैसे निकट आता जा रहा है सभी प्रत्याशी अपना संपर्क एवं प्रचार-प्रसार अभियान तेज कर सुबह से रात्रि तक गाँव-गाँव की खाक छान रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी जमुनादेवी स्वयं चुनाव प्रचार की कमान संभालते हुए विधानसभा क्षेत्र के सुदूर ग्रामीण अंचलों मे जाकर मतदाताओं से वोट देने की अपील कर रही हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी चौहान ने भी सघन जनसंपर्क अभियान चला रखा है।