अब 'भरत' करेगा अयोध्या की सेवा
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वेबदुनिया डेस्कइंदौर। दिल्ली से टिकट लेकर लौटने के बाद रमेश मेंदोला भी त्रेतायुग की भाषा बोलने लगे। उन्होंने कहा कि प्रभु राम (कैलाश) तो महू जा रहे हैं, लेकिन उनके राजपाठ को (क्षेत्र क्रमांक 2 ) संभालने के लिए मैं भरत बनकर 'अयोध्या' सेवा करूँगा। मेंदोला अपने गुरु (कैलाश) की महानता बयाँ करते नहीं थक रहे हैं। वे यह भी कहते हैं कि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता लेकिन कैलाशजी ने मेरे लिए जो कुर्बानी दी है, उसकी मिसाल कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी। उनकी सीट से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी आने के बाद मैं महसूस करता हूँ कि उनकी अयोध्या की देखभाल अच्छी तरह से करूँ और उसे समृद्ध बनाकर वापस उन्हें ही सौंप दूँ। रमेश खुद को भरत और कैलाश को राम की उपमा देते नहीं अघाते हैं।कैलाश के कार्यकर्ताओं की इस सेना के नेतृत्व की जिम्मेदारी रमेश मेंदोला बखूबी निभाते हैं और यही कारण है कि आज वे अपने गुरु (कैलाश) की मेहरबानी से 2 नंबर से विधानसभा का टिकट पाने में कामयाब हो गए हैं।