भाजपा ने चुकता किया उपचुनाव का हिसाब
भोपाल। उपचुनाव में मिली हार का हिसाब भाजपा ने आम चुनाव में चुकता कर दिया। पार्टी ने कांग्रेस और सपा से उन दो सीटों को वापस हासिल कर लिया है, जो उपचुनाव में हाथ से निकल गई थीं। हालाँकि उसे दो सीटें उदयपुरा और मलहरा सीट गँवानी भी पड़ी हैं। इसमें एक उदयपुरा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के काफी नजदीक माने जाने वाले सांसद रामपालसिंह की परंपरागत सीट है। इस बार भाजपा ने यहाँ से भगवतसिंह को मौका दिया था। उपचुनाव में पार्टी ने लांजी सीट गवाई थीं। यह भाजपा के विधायक दिलीप भटेरे के निधन के कारण खाली हुई थी। यहाँ से सपा के किशोर समरीते ने जेल में रहकर जीत दर्ज की थी। इसी तरह यशोधराराजे सिंधिया के ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के कारण शिवपुरी सीट रिक्त हुई थी। यहाँ उपचुनाव में कांग्रेस के वीरेन्द्र रघुवंशी ने भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। इन दोनों सीटों को भाजपा ने फिर हासिल कर लिया है। लांजी से दिलीप भटेरे के पुत्र रमेश भटेरे ने कांग्रेस की पुष्पलता कांवरे को 8 हजार 224 मतों से परास्त किया है।जबकि सपा के किशोर समरीते तीसरे स्थान पर रहे। शिवपुरी पर भाजपा ने फिर वर्चस्व स्थापित कर लिया है। पार्टी के माखनलाल राठौर ने कांग्रेस के वीरेन्द्र रघुवंशी को 1970 मतों से हराया। हालाँकि भाजपा को दो सीटें गँवानी भी पड़ी हैं। उदयपुरा सीट से कांग्रेस के भगवानसिंह 14 सौ 34 मतों से विजयी रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के विदिशा संसदीय क्षेत्र से इस्तीफा देने के बाद उदयपुरा से चार बार लगातार चुने गए रामपालसिंह ने उदयपुरा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ा था। उपचुनाव में उनकी पत्नी शशिप्रभा सिंह जीती थीं।रामपालसिंह ने इस बार सिलवानी से किस्मत आजमायी, लेकिन वे भाजश के देवेन्द्रसिंह से मात्र 247 मतों से पराजित हो गए। पार्टी के हाथ से दूसरी सीट भाजश की राष्ट्रीय अध्यक्ष उमा भारती के पूर्व प्रतिनिधित्व वाली मलहरा निकली है। यहाँ से भाजश की रेखा यादव ने 6 हजार 522 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। (नईदुनिया)