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Written By विकास सिंह
Last Modified: शनिवार, 2 दिसंबर 2023 (12:45 IST)

Exit Poll में कांटे के मुकाबले के अनुमान के बाद मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक ऑपरेशन लोटस की चर्चा

Exit Poll में कांटे के मुकाबले के अनुमान के बाद मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक ऑपरेशन लोटस की चर्चा - Discussion of Operation Lotus from Madhya Pradesh to Chhattisgarh after exit poll predicts close contest
ऑपरेशन लोटस देश की राजनीति की डिक्शनरी का एक ऐसा शब्द जो इन दिनों मध्य प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक चर्चा के केंद्र में है। अगर 3 दिसंबर को चुनाव परिणामों में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोई भी दल अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाता है, तो प्रदेश में जोड़-तोड़ से नई सरकार का गठन होगा। ऐसे में ऑपरेशन लोटस पर सबकी निगाहें टिक जाएगी। 

MP में ऑपरेशन लोटस पर कांग्रेस बेहद सतर्क- मध्यप्रदेश जहां कांग्रेस 2020 में भाजपा के ऑपरेशन लोटस के चलते ही अपनी सरकार गवां बैठी थी, वह चुनाव परिणाम आने से पहले बेहद सतर्क हो गई है। काउंटिंग से ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर मंथन किया। बैठक में कमलनाथ ने दो टूक निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद विधायक तत्काल भोपाल आए। वहीं कमलनाथ ने कहा कि अगर भाजपा प्रदेश में 160 सीटें जीत रही है तो क्यों इससे बात करो, उससे बात करो की बात कर रही है।

कांग्रेस ने काउंटिग के बाद विधायकों पर नजर रखने के लिए कांग्रेस ने प्रत्येक जिले में एक पर्यवेक्षक तैनात किया है जो लगातार पार्टी उम्मीदवारों के संपर्क में है। इसके साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी लगातार पार्टी उम्मीदवारों के संपर्क में है और उनसे पूरी चुनावी रिपोर्ट ले रहे है।

वहीं चुनावी जानकार मानते है कि अगर मध्यप्रदेश में चुनाव परिणाम 2018 की तरह होते है और किसी भी दल को अपने बल पर बहुमत नहीं मिलता है तो प्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के लिए भाजपा पूरी कोशिश करते हुए नजर आ सकती है, इसमें ऑपरेशन लोट्स एक महत्वपूर्ण सियासी हथियार है। भाजपा और कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरकर जीतकर आने वाले और अन्य दलों से जीतकर आने वाले विधायक किंगमेकर हो जाएंगे,

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को ऑपरेशन लोटस का डर?-3 दिसंबर को होने वाली काउंटिंग से पहले ही कांग्रेस को ऑपरेशन लोटस का डर भी सताने लगा है। काउंटिंग के ठीक पहले कांग्रेस ने अपने सभी उम्मीदवारों को किक्रेट मैच के बहाने रायपुर बुलाकर एकजुटता का संदेश दिया है। वहीं शुक्रवार देर रात कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में हुई। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित अन्य मंत्रियों के साथ रणनीति बनी।

वहीं पार्टी की प्रदेश प्रभारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आपरेशन लोटस सफल नहीं होगा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बन रही है। वहीं कांग्रेस ने पार्टी की सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों  को निर्देश दिया है कि वह मतगणना के दौरान सभी विधायकों के संपर्क में रहे और जीतने  के बाद उन्हें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय लेकर आए।

वहीं छत्तसीगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है इसलिए वह इस तरह के हथकंडे अपनाती है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी और वह सफल नहीं होगी।

इससे पहले भूपेश सरकार के मंत्री शिव डहेरिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा हमेशा से हॉर्स ट्रेडिंग करने की  कोशिश करती है लेकिन छत्तीसगढ़ में वह कामयाब नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अमित शाह किस आधार पर यह कह रहे है कि 35 सीटें ले आइए, बाकी सरकार बनाने की जिम्मेदारी हमारी है। क्या वह छत्तीसगढ़ के लोगों को बिकाऊ समझ रहे है, छत्तीसगढ़ के लोग बिकाऊ नहीं है। इससे पहले छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी ऑपरेशन लोटस का जिक्र कर चुके है।
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